पश्चिम बंगाल के हावड़ा में ऑनलाइन खाना डिलीवर करने वाली कंपनी जोमैटो के फूड डिलीवरी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उनका आरोप है कि कंपनी उनकी इच्छा के विरुद्ध उनको बीफ (गोमांस) और पोर्क (सूअर का मांस) डिलीवर करने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके विरोध में वो पिछले एक सप्ताह से हड़ताल पर हैं।
फूड डिलीवरी कर्मचारियों का कहना है कि वे किसी भी हाल में बीफ और पोर्क की डिलीवरी नहीं करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उन्हें बीफ और पोर्क पहुँचाने के लिए मजबूर किया जाता है। मना करने पर उन्हें धमकी दी जाती है और कहा जाता है कि किसी भी हाल में ऑर्डर रद्द नहीं किया जाएगा। उनसे जबरदस्ती काम कराया जा रहा है, जो कि उन्हें मंजूर नहीं है, इसलिए वो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। उन्होंने बकरीद के मौके पर बीफ या पोर्क की डिलीवरी करने से मना करते हुए कहा कि इससे उनकी धार्मिक भावना आहत होती है।
Rajib Banerjee, West Bengal Minister: The organisation should not force any person to go against their religion. It is wrong. Now that I have received information in this regard, I will look into it the matter. pic.twitter.com/Rsccn4akgy
— ANI (@ANI) August 11, 2019
डिलीवरी स्टाफ ने कंपनी से उनकी धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ न करने की माँग करते हुए वेतन बढ़ाने की भी बात कही है। इसके लिए हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के डिलीवरी ब्वॉय हड़ताल पर चले गए। दोनों समुदाय के स्टाफ का कहना है कि वो अपनी धार्मिक मान्यता के खिलाफ जाकर फूड डिलीवर नहीं करेंगे।
जोमैटो में ऑर्डर की डिलीवरी करने वाले मौसीन अख्तर ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “हाल ही में कंपनी के एप से कुछ मुस्लिम रेस्तरां भी जोड़े गए हैं, लेकिन हमारे यहाँ ऑर्डर डिलीवरी करने वाले कुछ लड़के हिन्दू समुदाय से भी आते हैं, इन्होंने बीफ फूड की डिलीवरी करने से इनकार कर दिया है, कुछ दिनों में हमें पोर्क की भी डिलीवरी देनी पड़ेगी, लेकिन हम इसकी डिलीवरी नहीं करेंगे।”
मौसीन का कहना है कि ये सारी घटनाएँ कंपनी में हिन्दू-मुसलमानों के बीच भाईचारे की भावना को भी प्रभावित कर रही हैं। उसने आरोप लगाया है कि कंपनी को सब कुछ पता है लेकिन कंपनी उनकी मदद करने के बजाय उनके ऊपर ही झूठे आरोप लगा रही है। इसके साथ ही मौसीन ने वेतन से जुड़ी समस्याओं के बारे में भी बताया और कहा कि वहाँ मोडिकल सुविधाएँ भी नहीं दी जाती हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री और टीएमसी विधायक राजीब बनर्जी ने इस मामले में जाँच का भरोसा दिया है।राजीब बनर्जी ने कहा, “मुझे भी लगता है कि जो कंपनी ऐसा कर रही है कि उसे एक बार फिर से सोचना चाहिए, उन्हें किसी भी धर्म के स्टाफ को उसके विश्वास के खिलाफ चलने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए, ये बहुत गलत है, हमें ऐसे कदम की जानकारी नहीं है, चूँकि हमसे इस बारे में संपर्क किया गया है इसलिए इस बाबत हम कार्रवाई करेंगे।”
गौरतलब है कि हाल ही में जोमैटे ने अपने गुरुग्राम ऑफिस में आवश्यकता से अधिक 100 कस्टमर्स सपोर्ट कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। कंपनी ने कॉस्ट कटिंग करने के लिए छँटनी करने का कदम उठाया था। कंपनी ने कहा था कि यह छँटनी ग्राहक देखभाल विभाग में आवश्यकता से अधिक कर्मचारी होने के कारण की गई है।