अपने आतंकी मंसूबों को पूरा करने के लिए पाकिस्तान नई साजिश रच रहा है। घाटी और उसके बाहर भारत के अलग-अलग हिस्सों में रक्तपात की इस साजिश को अंजाम देने की फिराक में बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई जुटा है।
जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के बाद से ही पाकिस्तानी घुसपैठ को लेकर लगातार खुफिया इनपुट आ रहे हैं। हालॉंकि सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के कारण पाकिस्तान अब तक अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक जैश और लश्कर की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पोल खुलने के कारण आईएसआई ने एक नए नाम से आतंकी संगठन तैयार किया है। इसका नाम अल-उमर-मुजाहिद्दीन (AUM) है। इसका अगुआ मुश्ताक अहमद जरगर उर्फ मुश्ताक लातराम है।
12 जून को अनंतनाग में जवानों पर हुए हमले के पीछे इसका ही हाथ माना जाता है। आईबी की रिपोर्ट के मुताबिक जरगर ने पीओके से नए लड़कों की बहाली की है। AUM का मुख्यालय मुजफ्फराबाद में है, जहां वह ISI की निगरानी में एक आतंकी शिविर चलाता है। बताया जाता है कि आईएसआई फिदायीन हमले और बड़े शहरों में अंधाधुंध फायरिंग करवाना चाहता है।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आईएसआई अधिकारियों और मौलवियों के एक दल ने बीते हफ्ते बलूचिस्तान और पाकिस्तानी पंजाब के इलाकों का दौरा किया है। इसका मकसद आतंकी मंसूबों को पूरा करने के लिए नए लड़कों की बहाली करना है। बताया जाता है कि आईएसआई निहत्थे पाकिस्तानियों की कश्मीर में घुसपैठ कराकर रक्तपात की एक और साजिश पर काम कर रहा है।
सूत्र के हवाले से बताया गया है कि आईएसआई चाहता है कि भारतीय सेना मजबूर होकर निहत्थे लोगों पर गोली चलाए ताकि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के प्रोपगेंडा को मजबूती मिल सके। सूत्रों के मुताबिक इसी कड़ी में फेक तस्वीरें और न्यूजों को भी योजनाबद्ध तरीके से फैलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रोपगेंडा को अभी तक दुनिया में किसी ने समर्थन नहीं दिया है। सभी मुल्कों ने कश्मीर को भारत का आंतरिक मसला बताया है। इससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इस बौखलाहट में उसके प्रधानमंत्री इमरान खान परमाणु जंग की धमकी भी दे चुके हैं।