उत्तर प्रदेश के कानपुर से दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ मंगलवार (8 फरवरी, 2022) को 10 वर्षीय दलित बच्चे का अपहरण कर उसके साथ हैवानियत की सभी हदें पार कर दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मासूम नर्वल इलाके के सकट बेहटा गाँव के एक राजमिस्त्री परिवार का बेटा था, जो 5वीं कक्षा में पढ़ता था। वह सोमवार दोपहर को घर से बाहर टायर लेकर खेलने निकला था। उसके बाद अचानक लापता हो गया।
पुलिस ने मंगलवार को लापता बच्चे की लाश 400 मीटर दूर गाँव के ही रामेंद्र मिश्रा के सरसों के खेत से बरामद की। बच्चे के साथ हुई हैवानियत को देख सुनकर पुलिस सहित इलाके के लोग भी हैरान हैं। बताया जा रहा है कि दरिंदों ने मासूम की गला घोंटकर हत्या करने से पहले उसकी आँख में 5 इंच की कील ठोंक दी, उसके पूरे चेहरे को सिगरेट से दाग दिया था।
इतना ही नहीं, उसके गुदाद्वार में डंडा भी डाला गया है। शव के पास मिले डंडे में मल और खून लगा हुआ मिला है। इसके अलावा पूरे शरीर पर चोट और खरोंच के निशान भी मिले हैं। घटना के बाद से गाँव में जातीय तनाव का माहौल बन गया है।
वहीं, पुलिस की अब तक की जाँच में सामने आया है कि बच्चे की हत्या तंत्र मंत्र या फिर कुकर्म करने के बाद हत्या की गई है। उसके शरीर पर मिले जख्म हैवानियत और टोना-टोटका की ओर इशारा कर रहे हैं। परिजनों ने गाँव में किसी से भी रंजिश होने की बात से इनकार किया है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में 6 संदिग्धों को हिरासत में लेकर जाँच-पड़ताल की जा रही है। एसपी आउटर अजीत कुमार सिन्हा का कहना है कि जल्द ही हत्याकांड का खुलासा करेंगे।