राजस्थान की राजधानी जयपुर के प्रतापनगर में रहने वाली हिन्दू महिला के रेप और जबरन धर्मांतरण के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित शाहिद मेव और उसके भाई आमिर हुसैन को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित शाहिद साल 2016 में काम दिलाने का लालच देकर महिला और उसके बेटे को कश्मीर लेकर गया था। वहाँ जाने के बाद महिला के बेटे को जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ रेप किया और उसका जबरन धर्मान्तरण करवा दिया था।
ज्ञात हो कि 16 जुलाई 2021 को पीड़िता ने प्रताप नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस द्वारा अलग-अलग टीमों का गठन कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए कई जगह छापेमारी की गई। इसी दौरान पुलिस को आरोपित शाहिद और आमिर के गुरुग्राम में होने की सूचना मिली, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता के अनुसार, उसकी आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। ऐसे में आरोपित शाहिद ने साल 2016 में उसे अच्छा काम दिलाने के बहाने कश्मीर लेकर गया था। वहाँ जाने के बाद महिला के बेटे को जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ रेप किया और उसका जबरन धर्मान्तरण करवा दिया। धर्मांतरण के बाद शाहिद ने महिला का नाम बदलकर सोनम और उसके बेटे का नाम सरफराज कर दिया।
आरोपित शाहिद द्वारा जबरन संबंध बनाए जाने के कारण पीड़िता गर्भवती हो गई और उसने एक बेटी को भी जन्म दिया। घटना के 4 साल बाद आरोपितों के चंगुल से छूटकर महिला थाने पहुँची तो वहाँ पुलिस ने मामले को दर्ज करने से मना कर दिया। इसके बाद पीड़िता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर एक महिला और काजी समेत 5 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पीड़िता ने शाहिद, आमिर हुसैन, फिरदौस, बिस्मिल्लाह और काजी के खिलाफ प्रतापनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 341, 384, 376, 392, 406, 363, 365, 366 के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं, महिला का केस दर्ज नहीं करने के मामले में प्रतापनगर थाने के एसएचओ श्रीमोहन मीणा को भी लाइन हाजिर कर दिया गया था।