नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ चल रहे विरोध प्रदर्शन में मंगलुरु और लखनऊ से प्रदर्शनकारियों के मरने की भी ख़बर आ रही है। जहाँ मंगलुरु में 2 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई, लखनऊ में एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई। सूचना के अनुसार, लखनऊ ट्रामा सेंटर में 24 वर्षीय मोहम्मद वकील की चोट की वजह से मौत हो गई। सीएए के ख़िलाफ़ चल रहे विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के कारण कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं। यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि मोहम्मद वकील की मौत पुलिस फायरिंग से नहीं हुई है।
डीजीपी ने बताया कि अभी स्पष्ट नहीं है कि उक्त प्रदर्शनकारी की मौत विरोध प्रदर्शन में हिंसा लेने के कारण हुई या फिर किसी और वजह से। उधर गुरुवार (दिसंबर 19, 2019) की शाम मेंगलुरु हॉस्पिटल में भी दो लोगों के मरने की ख़बर आई है। ये दोनों मंगलुरु नार्थ पुलिस स्टेशन को आग के हवाले करने जा रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शन को हिंसक होते देख गोली चलाई और ये दोनों ही मारे गए। शुक्रवार को भी मंगलुरु के सभी स्कूलों व कॉलेजों को बंद रखा गया है।
इधर नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में सीएए और एनआरसी को लेकर भड़काऊ पर्चे बाँट रहे दो लोगों को पुलिस ने गिरफ़्तार किया। मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में बॉलीवुड के कई लोग सड़कों पर उतरे। उनके साथ हज़ारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। ये वही मैदान है, जहाँ महात्मा गाँधी ने ‘अंग्रेजों, भारत छोड़ो’ का ऐलान किया था। फरहान अख़्तर ने भी उपद्रवियों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। गुजरात में उपद्रवियों का नेतृत्व कर रहे निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी को पुलिस ने हिरासत में लिया।
CAA protests: 1 dead in UP, 2 dead in Mangaluru, say reports. https://t.co/KIzkEhOyGv
— HuffPost India (@HuffPostIndia) December 19, 2019
अहमदाबाद में भी प्रदर्शन हिंसक हो उठा और दंगाइयों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए। दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। एक पुलिसकर्मी को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। दिल्ली में विमान बोस और सूर्यकांत मिश्रा जैसे वामपंथी नेताओं ने रामलीला मैदान में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। बंगलुरु में कई सिटी बसों का रूट बदल दिया गया तो कई बसों ने अन्य दिनों के मुकाबले कम ही ट्रिप लगाई। कई जगह भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिला।