Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयबीकानेर में रेप के बाद दलित छात्रा की हत्या, पुलिस वाले ही निकले आरोपितों...

बीकानेर में रेप के बाद दलित छात्रा की हत्या, पुलिस वाले ही निकले आरोपितों के साथी: थाने के सामने परिजनों का धरना

इससे पहले जुलाई 2021 में पाली जिले की एक विवाहित महिला ने पुलिस कॉन्स्टेबल अजयपाल भाकल पर रेप का आरोप लगाया था। आरोपों के बाद सिपाही अजयपाल को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा मई 2021 में राजस्थान के ही मटीली थाने के सिपाही मनीराम पर कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाकर एक महिला ने एफ माइनर नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी।

राजस्थान के बीकानेर (Bikaner, Rajasthan) में मंगलवार (20 जून 2023) को एक दलित लड़की की रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया है। मृतका के परिजनों ने 2 पुलिसकर्मियों सहित कुल 3 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज करवाई है। केस दर्ज होने पर पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है। उनकी गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की माँग को लेकर मृतका के घर वालों ने थाने के आगे धरना दिया है। परिजनों ने मुआवजे के रूप में परिजनों ने एक सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपया की माँग की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना बीकानेर के खाजूवाला थाना क्षेत्र की है। दलित समाज की एक लड़की हर दिन की तरह मंगलवार की सुबह पढ़ाई के लिए कोचिंग गई थी। जब पीड़िता तय समय पर लौटकर घर नहीं पहुँची तो घर वालों ने तलाश शुरू की। उसी दिन लड़की के पिता को एक फोन आया, जिसमें उनकी बेटी के अस्पताल में होने की जानकारी दी गई। सूचना पर जब लड़की के पिता अस्पताल पहुँचे तो वहाँ उन्हें उनकी बेटी मृत अवस्था में मिली।

मृतका के पिता को बताया गया कि उनकी बेटी का शव कस्बे में मिला था। मृतका के प्राइवेट पार्ट पर भी चोट के निशान पाए गए हैं। लड़की के पिता ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि दिनेश नाम का एक युवक आए दिन उनकी बेटी का पीछा किया करता था। दिनेश के साथी के तौर पर मृतका के पिता ने राजस्थान पुलिस के 2 सिपाहियों मनोज और भगीरथ का भी नाम लिया। शिकायत में दिनेश, मनोज और भगीरथ पर लड़की से रेप करके हत्या कर देने का आरोप लगाया गया है।

मामले में तहरीर के बाद जाँच शुरू कर दी गई है। मृतका का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गहनता से जाँच के लिए मौके पर FSL टीम को लगाया गया है। मृतका के परिजन आरोपित पुलिसकर्मियों के निलंबन से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने दोनों सिपाहियों को बर्खास्त करके जेल भेजने की माँग करते हुए थाना खाजूवाला के आगे धरना दिया। इस धरने में भाजपा के स्थानीय नेता भी शामिल हो गए। नेताओं ने मृतका एक परिजन को सरकारी नौकरी और 1 करोड़ रुपए मुआवजे की माँग की।

चूरू से भाजपा विधायक राजेंद्र राठौर ने इस घटना पर प्रदेश की कॉन्ग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने इसे शर्मनाक घटना बताते हुए राजस्थान को NCRB (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के मुताबिक राजस्थान को रेप के मामले में देश में सबसे ऊपर बताया। बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास प्रदेश का गृह विभाग भी है।

पहले भी लगे हैं ऐसे आरोप

गौरतलब है कि राजस्थान में पुलिस स्टाफ द्वारा किसी महिला से दुष्कर्म किए जाने का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले जुलाई 2021 में पाली जिले की एक विवाहित महिला ने पुलिस कॉन्स्टेबल अजयपाल भाकल पर रेप का आरोप लगाया था। आरोपों के बाद सिपाही अजयपाल को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा मई 2021 में राजस्थान के ही मटीली थाने के सिपाही मनीराम पर कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाकर एक महिला ने एफ माइनर नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी।

इसके अलावा, मार्च 2021 में में अलवर के खड़ेली थाना में अपने पति के खिलाफ FIR लिखवाने गई 26 वर्षीय महिला से बलात्कार का मामला सामने आया था। आरोप है कि खेड़ली थाने में तैनात सेकेंड ऑफिसर ने पीड़िता को पति से विवाद के निपटारे का झाँसा दिया। इसके बाद वो थाना परिसर में ही बने आवास में पीड़िता का रेप किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी ने कार्यकर्ताओं से बातचीत में दिया जीत का ‘महामंत्र’, बताया कैसे फतह होगा महाराष्ट्र का किला: लोगों से संवाद से लेकर बूथ...

पीएम नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के कार्यकर्ताओं से बातचीत की और उनको चुनाव को लेकर निर्देश दिए हैं।

‘पिता का सिर तेजाब से जलाया, सदमे में आई माँ ने किया था आत्महत्या का प्रयास’: गोधरा दंगों के पीड़ित ने बताई आपबीती

गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगाने और 59 हिंदू तीर्थयात्रियों के नरसंहार के 22 वर्षों बाद एक पीड़ित ने अपनी आपबीती कैमरे पर सुनाई है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -