कर्नाटक के रामनगर जिले के बसवनपुरा गाँव में पुलिस ने मंगलवार (12 जुलाई, 2022) को एक गारमेंट फैक्ट्री में छापा मार कर यहाँ काम कर रहे 7 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में कर्नाटक पुलिस का कहना है कि यह सभी आरोपित गैर कानूनी तरीके से मई के महीने में बांग्लादेश से भारत में दाखिल हुए थे। इसके पास से फेक आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं।
ANI की रिपोर्ट के अनुसार, रामनगर के एसपी के. संतोष बाबू ने मामले में जानकारी देते हुए बताया, “रामनगर ग्रामीण पुलिस ने फर्जी आईडी प्रूफ के साथ यहाँ रह रहे और काम कर रहे सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। वे एक गारमेंट फैक्ट्री में काम करते थे। उनके पास ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम के आईडी कार्ड मिले हैं।”
Karnataka | Ramanagara rural police arrested seven Bangladeshi nationals who were living & working here with fake ID proofs. They were working in a garment factory. They had Odisha, West Bengal & Assam ID cards: Santosh Babu, SP Ramanagara (12.07) pic.twitter.com/ysn4pRqiZg
— ANI (@ANI) July 13, 2022
रामनगर के एसपी, के. संतोष बाबू के मुताबिक, “सभी 7 लोगों ने पूछताछ में बताया है कि वे गैर कानूनी तरीके से भारत में दाखिल हुए थे। ये सभी एक ब्रोकर के जरिए कर्नाटक पहुँच गए थे। इनके पास से इनके बांग्लादेशी नागरिक होने के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में दाखिल होने के बाद एक ब्रोकर के जरिए सभी 7 लोगों ने अलग-अलग एड्रेस पर अपने नकली आधार कार्ड बनवाए थे। जून के पहले हफ्ते में यह लोग कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुर जिला पहुँचे और फिर वहाँ से बेंगलुरु के पास वाले जिले रामनगर चले गए। इसके बाद रामनगर की एक गारमेंट फैक्ट्री में काम करने लगे। बताया जा रहा है कि इन लोगों ने इसी इलाके में एक घर भी किराए पर ले लिया था। वहीं पुलिस को अब उस ब्रोकर की भी तलाश है, जिसने इन सभी को रामनगर पहुँचने में मदद की थी।
वहीं पुलिस अब गारमेंट फैक्ट्री के मालिक की भी जाँच कर रही है कि आखिर उसने इन्हें कैसे नौकरी दे दी। इसके साथ ही पुलिस इस एंगल से भी जाँच कर रही है कि यह लोग क्या सिर्फ नौकरी के लिए ही कर्नाटक आए थे या फिर किसी साजिश के तहत यहाँ नौकरी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों को बेंगलुरु के डिटेंशन सेंटर में जल्द ही शिफ्ट किया जाएगा।