राजस्थान में चूरू जिले के सरदारशहर में शनिवार (नवंबर 21, 2020) को एक गोशाला में 94 गायों की मौत हो गई। इसके साथ ही कई गायों की हालत गंभीर है, जिनका उपचार किया जा रहा है। गायों की मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। फिलहाल शुरुआती जाँच में विषाक्त भोजन मौत का कारण माना जा रहा है।
#UPDATE | Number of deaths of cows has risen to 94 at the cow shelter in Bilyoobas village of Churu district. Samples of water & fodder at the shelter have been sent for a test. A random postmortem will be conducted to ascertain the cause of deaths: Sardarshahar SDM Reena Chhimpa https://t.co/drQaFH73Kn pic.twitter.com/oWWOeFaMK0
— ANI (@ANI) November 22, 2020
यह घटना सरदारशहर में बिल्युबास रामपुरा की श्रीराम गोशाला की बताई जा रही है। गोशाला में गायों की मौत से हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि गोशाला की 100 से भी अधिक गायें बीमार थीं। इधर, गायों की मौत का पता चलते ही गोशाला में काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए।
सूचना मिलने पर पशुपालन विभाग की टीम भी मौके पर पहुँच गई। प्रारंभिक जाँच में पता चला कि गायों को शुक्रवार शाम बाजरे का चारा खिलाया गया था। इसके बाद ही गायें बीमार पड़ीं और उनकी मौत हो गई है।
विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जगदीश बरबड़ ने बताया कि कुछ और गायें भी बीमार हैं। हालाँकि उनमें से ज्यादातर की हालत ठीक है। उन्होंने बताया कि संभवत: कुछ विषाक्त चीज खाने के कारण ऐसा हुआ। चारे के नमूने लेकर उसे जाँच के लिए भेजा गया है।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह राजस्थान के पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन उपखंड में किसी असामाजिक तत्व ने गाय को विस्फोटक पदार्थ खिला दिया था, जो कि उसके मुँह में ही फट गया। विस्फोटक पदार्थ के फटने से गाय गंभीर रूप घायल हो गई। विस्फोटक के फटने से गाय के मुँह से खून ही खून बह रहा था।
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव जिले के बरबसपुर गाँव में काँजी हाउस में 10 गायें मृत अवस्था में पाई गई। इन गायों को कमरे के अंदर बंद कर दिया गया था। तब एक अधिकारी ने बताया था कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि गायों की मौत दम घुटने की वजह से हुई।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के ही बिलासपुर जिले के एक गाँव में 50 से अधिक गायों को पंचायत भवन में बंद कर रखा गया था। इनमें से 40 की दम घुटने के कारण मौत हो गई थी। बिलासपुर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) डॉ. शरण मित्तर ने गाँव के सरपंच के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की जानकारी दी थी।