सोशल मीडिया पर एक वीडियो बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो है महाराष्ट्र के मलाड का, जहाँ एक मुस्लिम युवक असलम अपने कुछ साथियों के साथ दुर्गा पंडाल में बज रहे भजन को न सिर्फ़ बंद करने का हुक़्म दिया बल्कि पंडाल में मौजूद लोगों को धमकीभरे लहज़े में चेतावनी देते हुए कहा, “कॉलोनी में रहना है, तो असलम भाई-असलम भाई कहना है, समझ गए ना। यहाँ मोदी जी नहीं आएँगे, यहाँ असलम भाई ही आएँगे…बस।”
“Malad main rehna hai to Aslam bhai, #AslamBhai kehna hai”#aslamshaikh, congress MLA from Malad West prohibits music in Garba Pandal. Will MSM and secular liberals condemn this incident?#Aslam #aslamshaikh #banBigBoss #ShehlaRashid pic.twitter.com/X9vHUcIQbd
— Geetika Swami (@SwamiGeetika) October 9, 2019
महज़ 37 सेकंड के इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि असलम नाम का यह शख़्स पंडाल के लोगों पर किस तरीक़े से अपनी धौंस जमाता है। इस वीडियो को देखकर आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि इलाक़े के लोगों पर असलम का काफ़ी दबदबा है क्योंकि जैसे ही उसने भजन बंद करने को कहा तो उन्होंने बज रहे भजन को डरकर तुरंत बंद कर दिया। और यह पूछे जाने पर कि क्या कहना तो डरकर जवाब दिया कि ‘असलम भाई-असलम भाई कहना है’।
ख़बर के अनुसार, इस वीडियो को विश्व हिन्दू परिषद् के नेता ने भी शेयर किया और लिखा कि कुछ शांतिप्रिय गुंडों ने गरबा पंडाल में भक्ति गीत बंद कर दिए, यह मुंबई का मलाड क्षेत्र है। लेकिन, यह धर्मनिरपेक्षता है और हमारे लिबरल्स को यह ग़लत नहीं लगा।
Some peacefull miscreants stopped devotional songs at Garba Pandal,
— Girish Bharadwaja (@Girishvhp) October 9, 2019
This is in Malad West, Mumbai.
But this is Secularism & our Liberals won’t find it wrong as it was disturbing the nearby Peace lovers! pic.twitter.com/if5YuRrykv
यह सर्वविदित है कि हमारे देश में दुर्गा पूजा का उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। जहाँ एक तरफ़ भक्तजन आस्था के इस पर्व में सराबोर दिखते हैं, वहीं दूसरी तरफ़ मुस्लिम समुदाय ने आस्था के इस पर्व पर हिंसात्मक गतिविधियों को अंजाम देकर न सिर्फ़ हिन्दुओं की आस्था को तार-तार किया बल्कि उनके धार्मिक अनुष्ठानों में कई तरह के व्यवधान भी डाले। कहीं ईंट-पत्थर, तलवार और हथियार से हमले किए गए। कितनी ही मूर्तियाँ तोड़ी गईं। इतना ही नहीं, विसर्जन के दौरान मार्ग पर मांस के टुकड़े तक बिखेरे गए।