अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा है कि मदरसों और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) को बम से उड़ा देना चाहिए। इस बयान के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यति नरसिंहानंद सरस्वती उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए हुए थे। इस कार्यक्रम के समापन के दौरान उन्होंने कहा कि चीन की तरह सभी मदरसों को बारूद से उड़ा देना चाहिए और मदरसों के सभी छात्रों को डिटेंशन सेंटर में भेजना चाहिए, ताकि ‘कुरान नामक वायरस’ को उनके दिमाग से हटाया जा सके।
यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा, “अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) इस्लाम का गढ़ है। यहाँ भारत के विभाजन की नींव रखी गई थी। मदरसों की तरह एएमयू को भी उड़ा देना चाहिए। इसके छात्रों को डिटेंशन सेंटर कर उनके दिमाग का इलाज किया जाना चाहिए।”
इसके अलावा यति नरसिंहानंद ने ज्ञानवापी ढाँचे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद नहीं, मंदिर है। यति नरसिंहानंद ने कहा कि हिन्दू समाज जाग्रत हो गया है और जल्द ही ज्ञानवापी हिन्दुओं के पास होगा। उन्होंने कहा कि हमें ‘मक्केश्वर महादेव’ पर मेहनत करनी चाहिए, ताकि वो हमारे पास आएँ। नरसिंहानंद ने पूछा कि केवल ज्ञानवापी के आने से क्या होगा? उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में जहाँ भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है, वह सब स्थान वापस आने चाहिए।
लखीमपुर खीरी कांड को बताया इस्लामिक जिहाद
लखीमपुर खीरी में मुस्लिमों द्वारा दो किशोरियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में उन्होंने कहा है कि लखीमपुर खीरी में जो हुआ वह अपराध नहीं है, वह इस्लाम का जिहाद है, वो जिहादियों ने किया है। उन्होंने कहा कि ये जिहादी पिछले 14 सौ सालों से हमारी बहन-बेटियों को अपना शिकार बना रहे हैं और ये एक दिन हर हिन्दू बेटी के साथ होगा।
इस कार्यक्रम में उन्होंने राहुल गाँधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर निशाना साधते हुए यात्रा को सीधे तौर पर ‘मजाक’ करार दिया। उन्होंने कहा, “राहुल गाँधी जिहादियों के साथ हैं। वह उत्तर प्रदेश में नहीं जीत सके और केरल गए और वायनाड से चुनाव लड़ा। अगर राहुल गाँधी भारत को एक करना चाहते हैं तो उन्हें पाकिस्तान और बांग्लादेश जाना चाहिए, जिसे महात्मा गाँधी ने बनवाया था। पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश को भारत से जोड़ो। ऐसा करने से बाकी सभी लोग उनके साथ जुड़ेंगे।”