झारखंड के दुमका में शाहरुख़ हुसैन नामक व्यक्ति ने अंकिता सिंह नाम की नाबालिग हिन्दू लड़की के शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दिया, जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उधर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने विधायकों संग लतरातू में पिकनिक मनाते रहे। शाहरुख़ को पुलिस की हिरासत में हँसते हुए और मूँछों पर ताव देते हुए देखा गया, जिससे पता चलता है कि उसे पुलिस-प्रशासन का कोई भय नहीं है।
इसका कारण है स्थानीय DSP नूर मुस्तफा, जिस पर आरोप है कि वो हत्यारे को बचा रहा है। विरोध प्रदर्शन कर रहे हिन्दुओं ने कहा कि उन्हें प्रशासन से शिकायत हैं, क्योंकि वो हमेशा से हिन्दुओं का विरोध करती है। वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कुछ दस्तावेज साझा करते हुए कहा है कि अंकिता हत्या कांड में अभियुक्त शाहरुख़ को बचाने के प्रयास में निशाने पर आये डीएसपी नूर मुस्तफ़ा के आदिवासी विरोधी एवं कम्यूनल होने का यह एक प्रमाण है।
DSP नूर मुस्तफ़ा को बर्खास्त करो।#JusticeForAnkita pic.twitter.com/AmBzVMKvKS
— Sagar Kumar “Sudarshan News” (@KumaarSaagar) August 29, 2022
उन्होंने जानकारी दी कि आदिवासियों के एक शोषक ज़ुल्फ़िकार पर ST एक्ट का मामला दर्ज हुआ और वह जेल भी गया, लेकिन मुस्तफ़ा ने 90 दिनों तक चार्जशीट नहीं की। उनके द्वारा शेयर किए गए दस्तावेज में जज के हस्ताक्षर के साथ यही बात लिखी है। भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इसी आधार पर ज़ुल्फ़िकार को जमानत मिल है। उन्होंने जानकारी दी कि उसके बाद डीएसपी नूर मुस्तफ़ा ने उसके जेल से निकल जाने के कुछ देर बाद चार्जशीट कर दिया।
इसी आधार पर ज़ुल्फ़िकार को बेल मिल गया।उसके बाद डीएसपी नूर मुस्तफ़ा ने उसके जेल से निकल जाने के कुछ देर बाद चार्जशीट कर दिया।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 29, 2022
आदिवासियों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले सीटीबाज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, बताइये न, ऐसे अफ़सर को जेल में होना चाहिये या नहीं? 2/2
बाबूलाल मरांडी ने पूछा, “आदिवासियों के नाम पर घड़ियाली आँसू बहाने वाले सीटीबाज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, बताइए न, ऐसे अधिकारी को जेल में होना चाहिए या नहीं?” फ़िलहाल इस केस से नूर मुस्तफा को हटा दिया गया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भी झारखंड में डेमोग्राफी बदलाव की साजिश को लेकर बड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दुमका की घटना से सारा मानवता, समाज और झारखंड शर्मसार हुआ है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में आदिवासी बच्चियों और महिलाओं के साथ 1000 से ज़्यादा मामले हुए हैं।
यह सिर्फ डेमोग्राफिक ही नहीं बदलना चाहते बल्कि ज़मीन का भी जिहाद कर रहे हैं। बंग्लादेशी जिहादियों ने अब तक 10,000 एकड़ ज़मीन हड़प ली है। मैं सरकार से मांग करता हूं की SIT गठन कर इसपर फास्ट्रैक मामला चलाया जाए: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुबर दास pic.twitter.com/LKrQXiA4oo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 29, 2022
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुबर दास ने कहा, “यह साधारण घटना नहीं है, क्योंकि एक संप्रदाय विशेष के लोग ‘लव जिहाद’ के माध्यम से डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं। यह सिर्फ डेमोग्राफी ही नहीं बदलना चाहते हैं, बल्कि ज़मीन का भी जिहाद कर रहे हैं। बंग्लादेशी जिहादियों ने अब तक 10,000 एकड़ ज़मीन हड़प ली है। मैं सरकार से माँग करता हूँ की SIT गठन कर इसपर फ़ास्ट ट्रैक मामला चलाया जाए।” भाजपा दुमका की घटना को लेकर JMM-कॉन्ग्रेस सरकार पर लगातार हमलावर है।