Sunday, November 17, 2024
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दिल्ली के मौजपुर में CAA समर्थक और विरोधी आमने-सामने, पत्थरबाजी के बाद स्थिति तनावपूर्ण

एक तरफ सीएए के खिलाफ विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी सीएए से आज़ादी की माँग कर रहे थे, तो दूसरी ओर सीएए समर्थक उन्हें आज़ादी देने के नारे लगा रहे थे। घंटो तक दोनों ओर से पत्थरबाजी होती रही।

दिल्ली के जाफराबाद में सीएए के खिलाफ चल रहा विरोध प्रदर्शन उस समय हिंसक हो गया जब सामने से सीएए के समर्थक आ गए। देखते ही देखते दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी होने लगी। अभी तक दिल्ली पुलिस हालातों पर काबू नहीं कर सकी है। वहीं, तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए DMRC ने कई मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया है।

दिल्‍ली के जाफराबाद मेट्रो स्‍टेशन के पास शनिवार (फरवरी 22, 2020) रात से ही प्रदर्शनकारी बड़ी संख्‍या में एकत्र होने लगे थे, जो कि लगातार सीएए के विरोध में प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद रविवार की सुबह बड़ी संख्या में मौके पर पहुँची महिलाओं ने सड़क को जाम कर दिया। इसी बीच स्थित तब तनावपूर्ण हो गई कि जब मौजपुर में सीएए के समर्थन में सड़कों पर पहुँचकर लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी और कुछ ही देर में दोनों और से पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसके बाद पुलिस को आँसू गैस के गोले दागने पड़े, लेकिन इसके बाद भी घंटों तक पुलिस हालात पर नियंत्रण पाने में नाकाम रही।

रिपोर्ट्स के अनुसार, एक तरफ सीएए के खिलाफ विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी सीएए से आज़ादी की माँग कर रहे थे, तो दूसरी ओर सीएए समर्थक उन्हें आज़ादी देने के नारे लगा रहे थे। घंटो तक दोनों ओर से पत्थरबाजी होती रही।

दरअसल, रविवार सुबह को ही बड़ी संख्या में जाफराबाद मेट्रो स्टेशन क्षेत्र में एकत्र होकर नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। साथ ही प्रदशर्नकारियों ने यमुना पार की चार सड़के भी बंद कर दी। दरअसल प्रदर्शनकारी महिलाएँ शाहीन बाग की तरह ही रोड़ पर मंच स्थापित करना चाहती थीं, लेकिन मौके पर तैनात भारी पुलिस फोर्स ने इसे नाकाम कर दिया और किसी तरह मौजपुर से सीलमपुर जाने वाला मार्ग को खुलवाया। दूसरा मार्ग अभी भी बंद है।

हालाँकि, अभी भी करीब 500 मीटर की दूरी पर दोनों ही प्रदर्शनकारी अपनी-अपनी माँगे लेकर नारे लगा रहे हैं। मौकेे पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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