एंटीलिया केस और वसूली कांड में आरोपित सचिन वाजे को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। सचिन वाजे ने होटल बुक करने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था। जिन फर्जी आईडी कार्ड का इस्तेमाल वाजे करता था उसकी कॉपी ‘रिपब्लिक भारत’ के हाथ लगी है। वाजे मुंबई के एक 5 स्टार होटल में 16 से 20 फरवरी तक रुका था। जहाँ रूम बुक करने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था। उसके पास दो ब्लू बैग थे, जिसमें जिलेटिन स्टिक थी।
इस फर्जी आधार कार्ड में सचिन वाजे की फोटो दिख रही है मगर नाम लिखा है- सुधाकर सदाशिव खामकर। साथ ही जन्म की तारीख भी गलत लिखी हुई है। खुलासा ये भी हुआ है कि जिस समय वाजे होटल में था वहाँ उससे गुजरात से मिलने के लिए एक महिला आई थी। महिला के पास पैसे गिनने की मशीन भी थी। इस महिला का सचिन वाजे से कोई रिश्ता है या नहीं? यह महिला सचिन वाजे को पहचानती या नहीं? इन सारे सवालों के जवाब एनआईए (NIA) तलाश रही है।
#Vasulisarkar का खास #Vajhe देखे बोगस आधार कार्ड के सहारे पाच सितारा होटलों में रुकता था ? सरकार को तथा उनके इंटेलिजंस को कोई पत्ता नहीं ? साजिश के लिए पाच सितारा होटल तथा यह आधार कार्ड का इस्तेमाल हुआ था #VazeGateExplodes pic.twitter.com/9Q5DfDvwCL
— Ram Kadam – राम कदम (@ramkadam) March 23, 2021
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया ट्रांसफर-पोस्टिंग का रैकेट चल रहा है। इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास होने के बावजूद उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। फडणवीस ने इस संबंध में सबूत होने की बात कहते हुए कहा कि वे केंद्रीय गृह सचिव को 6.3 जीबी डाटा सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि वे आईपीएस और गैर-आईपीएस अधिकारियों के कथित ट्रांसफर पोस्टिंग रैकेट से संबंधित कॉल रिकॉर्डिंग और कुछ दस्तावेज व डेटा सौंपेंगे।
फडणवीस का कहना था कि इंटेलिजेंस कमिश्नर ने ट्रांसफर का रैकेट पकड़ा। इसमें शामिल संदिग्ध इंटरसेप्टेड कॉल्स की रिपोर्ट अगस्त 2020 में महाराष्ट्र के डीजी को भेजी। इस पर चिंता जताते हुए रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी गई, लेकिन कोई कार्रवााई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि उनके पास 6.3 जीबी डाटा है जिसमें सारी जानकारी है।
ATS ने दमन से एक कार बरामद की
महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दल (ATS) ने मनसुख हिरेन हत्याकांड के संबंध में दमन से एक कार बरामद की है। एक अधिकारी ने मंगलवार (मार्च 23, 2021) को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के नंबर वाली एक वॉल्वो कार सोमवार को बरामद की गई जिसके मालिक का अभी पता नहीं चला पाया है। उन्होंने कहा कि बरामद की गई कार को ठाणे स्थित एटीएस कार्यालय में रखा गया है।
इससे पहले, इस हत्याकांड के संबंध में शनिवार रात को दो व्यक्तियों को गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने गुजरात से एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जिसने कथित तौर पर आरोपितों को सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे। अधिकारियों ने बताया था कि उन्हें उक्त व्यक्ति के पास से कई सिम कार्ड मिले थे। एटीएस ने मामले के संबंध में, निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिंदे और सटोरिये नरेश गौड़ को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था। हालाँकि, मनसुख हत्याकांड की जाँच 22 मार्च को एनआईए को सौंप दी गई थी लेकिन एटीएस अब भी जाँच कर रही है।