नूहं हिंसा के दौरान पुलिस से झड़प के मामले में गिरफ्तार किए गए बिट्टू बजरंगी को फिर से निशाना बनाया जा रहा है। उनका परिवार भी नूहं और मेवात क्षेत्र से जुड़े हिंदू विरोधी ताकतों के निशाने पर है। फरीदाबाद के झाबुआ में रहने वाले बिट्टू बजरंगी के भाई को बुधवार (13 दिसंबर, 2023) रात में पेट्रोल डाल कर ज़िंदा जलाने की कोशिश की। पीड़ित की हालत गंभीर है और अस्पताल में भर्ती है। पीड़ित ने अपने बयान में बताया है कि हमलावरों में एक का नाम अरमान है। उसका पिता झाबुआ सब्जी मंडी में ही जूस की दुकान चलाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरमान की अगुवाई में हमलावरों ने बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल की बाकायदा पहचान सुनिश्चित की। उन्होंने महेश पांचाल से पूछा कि ‘क्या तुम बिट्टू बजरंगी के भाई हो?’ इस सवाल के जवाब में महेश ने जैसे ही हाँ कहा, उन लोगों ने उनके ऊपर पेट्रोल डाला और आग के हवाले कर दिया। इसके बाद उसे बिट्टू बजरंगी ने अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में महेश पांचाल की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पाकर मौके पर पुलिस भी पहुँची और मामले की जाँच शुरू कर दी।
हमलावरों ने चुना आधी रात के बाद का समय
बताया जा रहा है कि फरीदाबाद की डाबुआ सब्जी मंडी में दुकान लगाने वाले महेश को घर लौटने में देर हो गई थी। रात में करीब 1 बजे अरमान के साथ 4-5 लोग कार में सवार होकर आए और उसे निशाना बना लिया। पुलिस को दिए अपने बयान में महेश ने बताया है कि वो हमलावरों में से एक अरमान को पहचानता है। बताया जा रहा है कि महेश करीब 60% फीसदी तक झुलस गया है और उसकी हालत गंभीर है।
कौन है बिट्टू बजरंगी?
बिट्टू बजरंगी हिंदूवादी एक्टिविस्ट हैं। वो हिंदुओं की एकता को लेकर आवाज उठाते रहे हैं। मेवात क्षेत्र के नूहं से शुरू हुई हिंसा के बाद उनका नाम तेजी से उछला था, जिसके बाद पुलिस के साथ झड़प के मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। फिलहाल, बिट्टू बजरंगी जमानत पर जेल से बाहर चल रहे हैं। इस मामले में तमाम हिंदूवादी संगठनों ने उनका समर्थन किया था। शुरुआत में इस अफवाह का प्रसार तेजी से हुआ था कि बिट्टू बजरंगी का नाम हिंसा में आया है, लेकिन पुलिस ने साफ कर दिया कि बिट्टू बजरंगी पर हिंसा से जुड़ा नहीं, बल्कि पुलिस के साथ झड़प के मामले में कार्रवाई हुई थी।