Sunday, September 1, 2024
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‘त्रिशूल-तलवार लेकर जा रहे थे नल्हड़ मंदिर’: जानिए क्यों हुई बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी, VHP ने बजरंग दल से जुड़ाव को किया खारिज

एफआईआर के मुताबिक 15 से 20 व्यक्तियों का एक समूह नल्हड़ मंदिर की ओर जा रहा था। इनमें से कुछ के हाथ में तलवारें और त्रिशूल जैसे हथियार थे। पुलिस ने इनसे हथियार लेने की कोशिश की तो हाथापाई पर उतर आए। बाद में सरकारी गाड़ी से हथियार छीनकर ले गए।

नूहं हिंसा मामले में गिरफ्तार फरीदाबाद के हिंदुवादी कार्यकर्ता बिट्टू बजरंगी का बजरंग दल से कोई संबंध नहीं है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। संगठन ने कहा है, “राज कुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी को बजरंग दल कार्यकर्ता बताया जा रहा है। उसका बजरंग दल से कभी कोई संबंध नहीं रहा। उसके द्वारा कथित रूप से जारी किए गए वीडियो की सामग्री को भी विश्व हिन्दू परिषद उचित नहीं मानती।”

बिट्टू बजरंगी के खिलाफ दर्ज FIR में क्या है?

बिट्टू की गिरफ्तारी नूहं जिले की ASP उषा कुंडू की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में हुई है। इसमें कहा गया है कि 31 जुलाई 2023 को 15 से 20 व्यक्तियों का एक समूह नल्हड़ मंदिर की ओर जा रहा था। इनमें से कुछ के हाथ में तलवारें और त्रिशूल जैसे हथियार थे। इनसे पुलिसकर्मियों ने हथियार लेने की कोशिश की तो वे नारेबाजी करने लगे और हाथापाई पर उतर आए। हालाँकि इनसे हथियार लेने में पुलिस कामयाब रही। लेकिन शिकायत के अनुसार बाद में बिट्टू बजरंगी और उसके साथी सरकारी गाड़ी से फिर हथियार छीनकर ले गए। एएसपी कुंडू के अनुसार सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने इस समूह में शामिल बिट्टू बजरंगी की पहचान की।

ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। गौरतलब है कि मेवात के नूहं में 31 जुलाई को जलाभिषेक यात्रा में शामिल हिंदुओं पर ही इस्लामी भीड़ ने हमला किया था। इस दौरान नल्हड़ शिव मंदिर में श्रद्धालु घंटों बंधक की तरह फँसे रहे। पहाड़ियों से दंगाई इस मंदिर को भी निशाना बना रहे थे।

16 अगस्त को पुलिस ने बिट्टू बजरंगी को नूहं की जिला अदालत में पेश किया। उसे 15 अगस्त को फरीदाबाद के उसके घर से हिरासत में लिया गया था। FIR में बिट्टू पर डकैती, अवैध अस्त्र रखना, सरकारी अधिकारियों के काम में बाधा डालना और उनसे मारपीट करना सहित 11 धाराएँ लगाई गईं हैं। पुलिस बिट्टू के साथियों की भी तलाश कर रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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