महाराष्ट्र के धुले जिले से लव जिहाद का मामला सामने आया है। धुले के देवपुर थाने में अरशद मलिक और उसके पिता सलीम मलिक के खिलाफ एक हिंदू महिला को पहचान छुपाकर फँसाने और 2 सालों तक उसका यौन उत्पीड़न करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376(2)(एन), 377, 327, 504, 506, 34 और 323 के तहत मामला दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी गई है।
24 साल की पीड़िता हिंदू युवती ने गुरूवार (1 दिसंबर 2022) को पश्चिम देवपूर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता की मानें तो आरोपित अरशद मलिक ने खुद को हर्षद माली नाम का एक हिंदू व्यक्ति बताया था और फिर पीड़िता को शादी करने के लिए राजी किया। शिकायत में कहा गया है कि पीड़िता के साथ अरशद के पिता सलीम मलिक ने भी कई बार उनका बलात्कार किया। सलीम इस मामले में दूसरा आरोपित है।
पीड़िता के मुताबिक 4 अप्रैल, 2016 को उसकी पहली शादी गौरव नाम के युवक के साथ हुई थी। 2017 में उसने बेटे को जन्म दिया था। 2019 में एक सड़क हादसे में गौरव की मौत हो गई। इसके बाद पीड़िता ने सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए महाराष्ट्र पुलिस भर्ती क्लासेस में दाखिला लिया। यहाँ उसकी मुलाकात अरशद मलिक से हुई, जिसने पीड़िता को अपना नाम हर्षल माली बताया। दोनों के बीच दोस्ती हो गई। पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार अरशद घूमने के बहाने पीड़िता को पास के जंगलों में ले गया, जहाँ उसने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगा।
इस घटना के बाद से पीड़िता ने हर्षल बने अरशद से दूरी बनानी शुरू कर दी। अरशद ने पीड़िता को यकीन दिलाया कि वह उससे बहुत प्यार करता है। उसने दोस्ती तोड़ने पर वीडियो वायरल कर देने की धमकी भी दी। मजबूरन पीड़िता ने अरशद के साथ रहने का फैसला किया।
जुलाई 2021 में पीड़िता को पता चला कि उसका दोस्त दरअसल हर्षल माली नहीं बल्कि अरशद मलिक है। सच्चाई पता चलने के बाद अरशद ने पीड़िता से कहा कि प्यार में नाम और मजहब मायने नहीं रखता। इसके बाद पीड़िता अपने बेटे विवेक और लिव इन पार्टनर अरशद के साथ अमलनेर और उल्हासनगर शहरों में रहने के लिए चली गई।
इस दौरान अरशद ने पीड़िता से उनके पहले पति से प्राप्त जमा पूँजी 2.5 लाख रुपए भी हड़प लिए। इतना ही नहीं, अरशद की नजर पीड़िता के सोने की उस चेन पर भी थी, जो पहले पति गौरव ने उसे तोहफे के रूप में दिया था। अरशद ने वह चेन भी उससे छीन ली। इसके बाद अरशद ने साजिश के तहत अपने परिवारवालों को पीड़िता के साथ रिश्ते की जानकारी दी। तब पीड़िता अपने बेटे विवेक और अरशद के साथ उल्हासनगर पहुँची।
इसके कुछ दिनों के बाद अरशद का पिता सलीम मलिक उल्हासनगर पहुँचता है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार सलीम ने बेटे अरशद की इजाजत के बाद पीड़िता के साथ न सिर्फ बलात्कार किया बल्कि अप्राकृतिक यातनाएँ भी दीं। इसके चार महीने बाद अरशद उसे धुले शहर के विटा भट्टी इलाके में अपने घर ले आया। दोनों की इस्लामिक रिवाज के साथ निकाह पढ़ाई गई।
पीड़िता के मुताबिक इस बीच वह गर्भवती हो गई। गर्भावस्था में भी अरशद और उसके पिता सलीम दोनों उसके साथ जबरदस्ती करते थे। 26 अगस्त 2022 को पीड़िता ने दूसरे बेटे को जन्म दिया। इसके बाद भी सलीम पीड़िता के साथ बार-बार अप्राकृतिक दुर्व्यवहार करता रहा।
पीड़िता की शिकायत के अनुसार उसे नया इस्लामिक नाम देकर जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया। साथ ही उसके पहले पति से हुए बेटे का भी धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की गई। अरशद के घरवाले उसके बेटे विवेक का खतना करना चाहते थे। तब पीड़िता ने विवेक को अपने दादी के पास भेज दिया।
विरोध करने पर दिल्ली की श्रद्धा वालकर हत्याकांड के बाद से अरशद और उसके घरवाले पीड़िता को जान से मारने की धमकी देने लगे। उन लोगों ने पीड़िता को यह कह कर धमकाया, “श्रद्धा के सिर्फ 35 टुकड़े किए थे, तुम्हारे 70 टुकड़े कर देंगे।”
जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पीड़िता किसी तरह अरशद के घर से फरार हो गई। वह अपने पहले पति के घर पहुँची और अपनी सास से मदद माँगी। इस मामले में अरशद और उसके पिता सलीम दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस संबंध में आगे की जाँच कर रही है।