Tuesday, November 19, 2024
Homeदेश-समाजआदिवासी नाबालिग बहनों की रेप के बाद हत्या, पेड़ से टाँग दी लाश: मुजम्मिल,...

आदिवासी नाबालिग बहनों की रेप के बाद हत्या, पेड़ से टाँग दी लाश: मुजम्मिल, नजीबुल और फारूक सहित 7 गिरफ्तार

"मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारूक रहमान को कोकराझार में दो नाबालिग आदिवासी लड़कियों के दुष्कर्म और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस घृणित अपराध में पहले दोनों लड़कियों को मार दिया गया और फिर उनके शवों को पेड़ की टहनी से लटका दिया गया।"

असम के कोकराझार जिले में दो आदिवासी नाबालिग बहनों की पेड़ से टँगी लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। बलात्कार के बाद इनकी हत्या की गई और फिर उनकी लाश पेड़ से लटका दी गई। मामले के मुख्य आरोपितों मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारूक रहमान सहित सभी 7 को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने ट्वीट कर इनकी गिरफ्तारी की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, “मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारूक रहमान को कोकराझार में दो नाबालिग आदिवासी लड़कियों के दुष्कर्म और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस घृणित अपराध में पहले दोनों लड़कियों को मार दिया गया और फिर उनके शवों को पेड़ की टहनी से लटका दिया गया। असम पुलिस ने इस मामले में अच्छा काम किया है।” इससे पहले रविवार (13 जून 2021) को वे पीड़ित परिवार से मिलने पहुँचे थे और पुलिस को जल्द से जल्द मामले की गुत्थी सुलझाने के आदेश दिए थे।

पिछले सप्ताह अभ्याकुती गाँव के पास जंगल में नाबालिग बहनों की लाश मिलने के बाद उनके परिवार ने रेप के बाद हत्या किए जाने की आशंका जताई थी। हालाँकि पुलिस शुरुआत में इसे सुसाइड का मामला मान रही थी। इंडियन एक्सप्रेस ने कोकराझार के एसपी थुबे प्रतीक विजय कुमार के हवाले से बताया है कि दोनों लड़कियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। लेकिन मामले में गिरफ्तार किए गए सात लोगों ने 14 से 16 के बीच की इन लड़कियों के साथ दुष्कर्म और उन्हें जान से मारने की बात कबूली है।

एसपी ने बताया कि आरोपितो ने अपने कबूलनामे में कहा है कि वे दोनों लड़कियों को जानते थे। जहाँ लड़कियों का परिवार रहता है, उससे सटे इलाकों के ही आरोपित भी रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि यह एक ब्लाइंड केस था जिसे 72 घंटों के भीतर सुलझा लिया गया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जामा मस्जिद का होगा सर्वे, विष्णु शंकर जैन की याचिका पर कोर्ट का आदेश: दावा- यह हरिहर मंदिर, यहाँ कल्कि भगवान लेंगे अवतार

संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बता कर दायर हुई विष्णु शंकर जैन की याचिका पर जिला अदालत ने सर्वे के आदेश जारी कर दिए हैं।

1971 में पैदा हुआ बांग्लादेश, पहली बार पाकिस्तान से डायरेक्ट आया कार्गो जहाज: जानिए समंदर के रास्ते का यह कारोबार भारत के लिए कैसा...

1971 के बांग्लादेश के बनने के बाद पहली बार कोई जहाज सामान लेकर पाकिस्तान के किसी बंदरगाह से सीधा बांग्लादेश पहुँचा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -