असम के कोकराझार जिले में दो आदिवासी नाबालिग बहनों की पेड़ से टँगी लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। बलात्कार के बाद इनकी हत्या की गई और फिर उनकी लाश पेड़ से लटका दी गई। मामले के मुख्य आरोपितों मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारूक रहमान सहित सभी 7 को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने ट्वीट कर इनकी गिरफ्तारी की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, “मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारूक रहमान को कोकराझार में दो नाबालिग आदिवासी लड़कियों के दुष्कर्म और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस घृणित अपराध में पहले दोनों लड़कियों को मार दिया गया और फिर उनके शवों को पेड़ की टहनी से लटका दिया गया। असम पुलिस ने इस मामले में अच्छा काम किया है।” इससे पहले रविवार (13 जून 2021) को वे पीड़ित परिवार से मिलने पहुँचे थे और पुलिस को जल्द से जल्द मामले की गुत्थी सुलझाने के आदेश दिए थे।
Muzammil Sheikh, Nazibul Sheikh and Farouk Rahman arrested for rape and murder of 2 tribal minor girls in Kokrajhar dist.The heinous crime was allegedly committed with the girls first choked to death & their bodies hanged in a tree to hoodwink. @assampolice did a commendable job.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 15, 2021
पिछले सप्ताह अभ्याकुती गाँव के पास जंगल में नाबालिग बहनों की लाश मिलने के बाद उनके परिवार ने रेप के बाद हत्या किए जाने की आशंका जताई थी। हालाँकि पुलिस शुरुआत में इसे सुसाइड का मामला मान रही थी। इंडियन एक्सप्रेस ने कोकराझार के एसपी थुबे प्रतीक विजय कुमार के हवाले से बताया है कि दोनों लड़कियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। लेकिन मामले में गिरफ्तार किए गए सात लोगों ने 14 से 16 के बीच की इन लड़कियों के साथ दुष्कर्म और उन्हें जान से मारने की बात कबूली है।
We’re extremely pained at the tragic incident of Abhayakhuti, Kokrajhar.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 13, 2021
To reassure family of 2 minor girls, whose bodies were found hanging from a tree in mysterious condition on Friday, I met them today to console & share their pain.
Assam Govt stands firmly by them.
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एसपी ने बताया कि आरोपितो ने अपने कबूलनामे में कहा है कि वे दोनों लड़कियों को जानते थे। जहाँ लड़कियों का परिवार रहता है, उससे सटे इलाकों के ही आरोपित भी रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि यह एक ब्लाइंड केस था जिसे 72 घंटों के भीतर सुलझा लिया गया है।