अयोध्या गैंगरेप मामले में पीड़िता के गर्भपात के बाद अब डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है। जाँच के लिए गैंगरेप के आरोपित सपा नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू खान का सैंपल ले लिया गया। पीड़िता अभी लखनऊ के अस्पताल में ही एडमिट है। डॉक्टरों के अनुसार, उसकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।
बता दें कि इससे पहले डॉक्टरों की सलाह और घरवालों की मंजूरी से अयोध्या गैंगरेप पीड़िता का अबॉर्शन लखनऊ के केजीएमयू में हुआ था। गर्भपात के समय लड़की 12 सप्ताह की गर्भवती थी। डॉक्टरों ने कहा था कि उसका शरीर डिलीवरी लायक नहीं है इसलिए अबॉर्शन ही एक मात्र तरीका है।
इसके बाद बच्ची का अबॉर्शन करवाया गया और भ्रूण का डीएनए संभाल कर रखा गया ताकि आरोपित के बारे में पता चल सके। अब इसी जाँच को पूरा करने के लिए दोनों आरोपित के भी डीएनए टेस्ट ले लिए गए।
उल्लेखनीय है कि 30 जुलाई को अयोध्या में ओबीसी समाज की एक बच्ची से गैंगरेप का मामला सामने आया था। रेप का आरोप सपा नेता मोईद खान पर लगा था जिन्हें अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी भी कहा जाता है।
रिपोर्ट्स में बताया गया था कि घटना खुलने के करीब 75 दिन पहले पीड़िता अपनी माँ के साथ मजदूरी कर के लौट रही थी। तभी रास्ते में मोईद की दुकान में काम करने वाले नौकर राजू खाँ ने पीड़िता को टोस्ट लेने के लिए अपनी दुकान पर बुलाया। लड़की पहले भी मोईद की दुकान पर आती जाती रही थी इसीलिए वो विश्वास कर के वहाँ चली गई।
इसके बाद वहीं राजू और मोईद खान ने बारी बारी से उसके साथ रेप किया। इस दौरान उन्होंने बच्ची की वीडियो भी बनाई जिसे दिखाकर वह उसे ब्लैकमेल करते रहे और रेप भी किया। बाद में लड़की जब प्रेगनेंट हो गई तब ये पूरा मामला खुला।
लड़की की माँ ने सख्ती से पूछा तो बेटी ने सब कुछ बता दिया इसके बाद ये केस दर्ज पुलिस थाने में दर्ज हुआ और मोईद खान व राजू खान दोनों लोग गिरफ्तार किए गए।
मालूम हो कि मोईद खान की नजदीकी सपा सांसद अवधेश प्रसाद से होने के चलते अवधेश प्रसाद से भी कई सवाल हुए। हालाँकि उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया। वहीं अखिलेश यादव ने इस मामले में डीएनए टेस्ट की माँग की थी।