अयोध्या का बहुप्रतीक्षित श्रीराम मंदिर साल 2023 के अंत तक भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। इस बात की जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि साल 2023 के अंत से श्रीराम मंदिर में भक्तगण रामलला की पूजा और दर्शन कर सकेंगे।
दरअसल, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में मंदिर निर्माण से संबंधित दो दिवसीय समीक्षा बैठक की गई थी। इस बैठक में अभियंताओं और वास्तुकारों के साथ ट्रस्ट के 15 सदस्यों ने हिस्सा लिया था। इस बैठक में विचार-विमर्श के चंपत राय ने इसकी घोषणा की।
हालाँकि, श्रीराम मंदिर के पूरे क्षेत्र का निर्माण कार्य पूरा होने में थोड़ा और समय लगेगा। श्रीराम मंदिर निर्माण की देख-रेख कर रहे ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि 70 एकड़ के पूरे मंदिर परिसर का निर्माण कार्य साल 2025 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
इस साल जनवरी में प्रस्तावित मंदिर स्थल के निर्माण कार्य के दौरान नींव में इंजीनियरों को पानी मिला था। इसके बाद निर्माण कार्य को अस्थायी रूप से रोक दिया गया था। हालाँकि, अब इस पर निर्माण कार्य सुचारु रूप से चल रहा है और मंदिर की नींव पर इंजीनियर काम कर रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि 15 सितंबर तक नींव का काम पूरा हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि इंजीनियर मंदिर निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और राजस्थान के जोधपुर से बलुआ पत्थर का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं, राजस्थान के मकराना का संगमरमर और राजस्थान के बंसी पहाड़पुर का गुलाबी पत्थर का मंदिर निर्माण में उपयोग किया जा रहा है। मंदिर निर्माण के दूसरे चरण का काम इस साल नवंबर में दिवाली के बाद शुरू होने की संभावना है।
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक समारोह में इस मंदिर की नींव रखी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया था, जिसके बाद दुनिया भर के हिंदुओं का 500 साल का इंतजार खत्म हो गया था।