उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित पुरोला में पिछले दिनों लव जिहाद को लेकर काफी बवाल हो गया था। स्थानीय लोगों ने अपने दुकानों को बाहरी लोगों से खाली कराना शुरू कर दिया था। अब यह बात सामने आई है कि वहाँ के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। पुरोला में फेरी लगाने वाले को प्रवेश देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही महिला सैलून में पुरूषों को रखने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
पिछले दिनों लव जिहाद की घटना सामने आने के बाद पुरोला में बवाल हो गया था। इसकी आँच पूरे प्रदेश में देखने को मिली थी। लव जिहाद के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे थे। अब पुरोला में प्रशासन द्वारा शांति स्थापित करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
इस संबध में पुरोला के नए थानाध्यक्ष ने बीते बृहस्पतिवार (21 जून 2023) को व्यापार मंडल की बैठक की थी। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि इलाके में जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है, तब तक फेरीवालों का पुरोला में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
पुरोला के नए थानाध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती ने पदभार ग्रहण करते ही व्यापार मंडल और सभी समुदाय के लोगों के साथ बैठक की। पूर्व की भाँति इलाके में शांति और सौहार्द्र को स्थापित करने के लिए बाहरी लोगों पर फोकस करने पर सहमति बनी है। थानाध्यक्ष ने कहा कि यहाँ दूसरी जगहों से आने वाले व्यक्तियों का सत्यापन अनिवार्य किया गया है।
भविष्य में लव जिहाद की घटनाएँ ना हो, इसको लेकर भी इंतजाम किए गए हैं। बैठक में निर्णय लिया गया है कि सैलून और ब्यूटी पार्लर में कोई भी पुरूष कर्मचारी किसी महिला के बाल नहीं काटेगा। इनमें सिर्फ महिला कर्मचारियों की ही नियुक्त करनी होगी।
थानाध्यक्ष ने कहा कि फिलहाल नगर में फेरी वालों का प्रवेश पूर्ण वर्जित किया गया है। पुरोला नगर क्षेत्र में मामला शांत होने के बाद समुदाय विशेष के 22 लोगों की दुकानें खुल चुकी हैं। इन व्यापारियों में चार वैसे व्यापारी भी शामिल हैं, जो अपनी दुकानें छोड़कर जा चुके थे।
बताते चलें कि पुरोला में एक नाबालिग हिंदू लड़की को भगाने का एक मुस्लिम लड़के पर आरोप लगा था। इसे लव जिहाद बताया गया था और इसके कारण क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया था। इस दौरान मुस्लिम दुकानदारों को निशाना बनाने का भी आरोप लगा था। हालाँकि, दुकान खाली करने वाले मुस्लिम दुकानदारों ने कहा था कि वे खुद दुकान खाली किए है।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि हालात को देखते हुए कुछ मुस्लिम दुकानदारों ने अपनी किराए की दुकानों को खाली करने के बाद यहाँ से पलायन कर गए थे। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगा दिया था। हालाँकि, स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।