उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले में एक हिंदू युवक के धर्म परिवर्तन, निकाह और अब मौलाना बनाने के लिए ट्रेनिंग देने के मामले में नया तथ्य सामने आया है। पीड़ित व्यक्ति के पिता ने यह दावा करते हुए इस संबंध में पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी भेजा था। वहीं शिकायत के बाद इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने जाँच शुरू कर दी थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाँदा जिले में कथित धर्मान्तरण की शिकायत पर पुलिस एक युवक और युवती को गुरुग्राम से हिरासत में ले कर बाँदा तक लाई। दोनों के अदालत में बयान करवाए गए। पुलिस ने अपने स्तर से भी पूछताछ की जिसमे धर्मान्तरण के आरोप झूठे साबित हुए। दोनों ने बताया कि वो कोर्ट मैरिज कर चुके हैं। पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। युवक का नाम विवेक कुमार सैनी है। उसके पिता पप्पू सैनी ने पुलिस में शिकायत की थी कि उनका बेटा 25 सितम्बर से गायब है। शिकायत में उन्होंने एक मुस्लिम लड़की पर शादी के बहाने अपने बेटे का धर्मान्तरण करने का आरोप लगाया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के बाँदा के कोतवाली थाना क्षेत्र के गूलरनाका निवासी पप्पू सैनी ने 1 महीने पहले अपने बेटे विवेक के धर्मान्तरण के आरोप में एक वकील, मौलवी व लड़की के पिता को आरोपित किया था। पप्पू सैनी के अनुसार इन सभी ने उनके बेटे का धर्मान्तरण करवाया था। तब पप्पू सैनी ने आरोप लगाया था कि उसके बेटे विवेक का निकाह 5 मार्च 2021 को कराया गया। निकाह के बाद उसे मौलाना बनाने के लिए उसे किसी मदरसा में भेजा गया है। पुलिस ने विवेक की तलाश शुरू की तो लोकेशन गुरुग्राम में मिली। लोकेशन के आधार पर बाँदा पुलिस गुरुग्राम पहुँची तो वहाँ विवेक उन्हें मिल गया। पुलिस विवेक और उसकी पत्नी को ले कर बाँदा आ गई। विवेक का मेडिकल करवाया गया।
पुलिस ने लड़की के अदालत में 161 और 164 के बयान भी कराए। इंस्पेक्टर कोतवाली राजेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों ने मतांतरण से इनकार किया है। इसके चलते दोनों को पुलिस ने छोड़ दिया। वो शहर के अपने घर में एक साथ रहे। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार लड़की ने अपने परिवार वालों से मिलने से मना कर दिया था। लड़के की तरफ से उसकी माँ, दादी, बुआ और पिता मिलने गए। बेटे के धर्मान्तरण न होने की बात पर वो बहुत खुश हुए। इसी बात पर वो अपने बेटे और बहू को साथ रखने पर तैयार हो गए।