देश भर में जारी लॉकडाउन के चलते लोगों को एक जगह इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है। सभी धार्मिक स्थल बंद हैं। किसी भी धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद कुछ जगहों की मस्जिदों में जुमे की नमाज के लिए भीड़ देखी गई। पुलिस ने इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से। यहाँ पर सामूहिक नमाज पढ़ने को लेकर 35 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। तीन आरोपितों जान मोहम्मद, सलमान व मोहम्मद रफी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इंस्पेक्टर संजय मौर्य ने इसकी जानकारी दी। एसपी अरविंद कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि थाना रामनगर के सत्तीनपुरवा मस्जिद में करीब 30-35 लोग जबरन घुस गए और नमाज अदा की। इसके लिए पहले ही प्रशासन के साथ ही सभी धर्मगुरुओं ने खुद मना किया था। इस मामले में पुलिस ने महामारी अधिनियम के अलावा आईपीसी की कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
इसी तरह अयोध्या में नमाज के लिए मस्जिद में भीड़ लगाने को लेकर आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि मना करने के बावजूद मखदूमपुर गाँव के कुछ लोग समूह बनाकर मस्जिद के बाहर इकट्ठा थे। एसओ संतोष कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आठों व्यक्ति के खिलाफ धारा-3 महामारी अधिनियम 1897 व धारा-51 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत धारा 269, 271 व 188 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है। इसके अलावा मेरठ, अमरोहा, मजफ्फरनगर और बदायूँ समेत कई अन्य जिलों से इस तरह की खबरें सामने आई हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन बीते कई दिन से अलर्ट थी। कोरोना के खौफ के बीच लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराना बड़ी चुनौती बना थी। आशंका थी कि एक ही जगह जमा होकर नमाज पढ़ने से कोरोना वायरस पैर पसार सकता है। इसको लेकर आला पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से भी अपील की थी। पुलिस-प्रशासन का सहयोग करते हुए मुस्लिम धर्म गुरुओं ने भी घरों में ही नमाज पढ़ने का आह्वान किया था। शुक्रवार को इसका कड़ाई से पालन कराने के लिए पुलिस-प्रशासन अलर्ट रहा। दिन भर पुलिस टीमें मस्जिदों व आसपास इलाकों में गश्त लगाती रही।