उत्तर प्रदेश के बरेली में एक और मुस्लिम लड़की ने हिंदू धर्म स्वीकार किया है। रोशनी बेगम नाम की इस लड़की को नई पहचान रिद्धि गुप्ता के तौर पर मिली है। रमजान के आखिरी जुमे यानी शुक्रवार (21 अगस्त 2023) को उसने अगस्त्य मुनि आश्रम में शिवम गुप्ता से विवाह किया। नवविवाहित जोड़े का शादी के बाद डांस करते हुए भी एक वीडियो सामने आया है।
रोशनी मूल रूप से बदायूं के कोतवाली नगर क्षेत्र के कबूलपुरा की रहने वाली है। शादी के बाद एक वीडियो जारी कर उसने खुद और अपने पति को परेशान नहीं करने की अपील अपने परिजनों से की है। काफी समय से बदायूं के ही उझानी थाना क्षेत्र के रहने वाले शिवम गुप्ता से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। शिवम के परिवार वाले इस रिश्ते के लिए तैयार हो गए। लेकिन रोशनी के परिजन इसके खिलाफ थे। रोशनी ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो उस पर कई तरह की बंदिशें लगा दी।
इस शादी को सम्पन्न करवाने वाले अगत्स्य मुनि आश्रम के महंत पंडित केके शंखधर ने ऑपइंडिया को बताया कि लड़की ने खुद से शिवम के साथ शादी करने की इच्छा जताई थी। इसके बाद उन्होंने सारे कागजातों की जाँच की। लड़की और लड़का दोनों बालिग थे। लड़के के परिवार वालों को बुलाया गया और फिर इस शादी को सम्पन्न करवाया गया। शादी के दौरान रोशनी ने वेदमंत्रों का पाठ किया और अपने पति के साथ हवन किया। शादी बाद उसका नाम रिद्धि गुप्ता रखा गया है।
बदायूं की रोशनी बेगम की घर वापसी…
— Rahul Pandey (@STVRahul) April 21, 2023
नया नाम है रिद्धि गुप्ता..
शिवम को चुना अपना जीवन साथ..
वेदमंत्रों के बीच लिए 7 फेरे..
ईश्वर आप दोनों को सदा सुखी रखे. pic.twitter.com/hyXNV96ykQ
पंडित शंखधर ने हमें यह भी बताया कि लड़के के घर वाले लड़की के परिजनों द्वारा किसी FIR आदि की आशंका से परेशान हैं। हालाँकि रोशनी ने एक वीडियो जारी कर अपनी मर्जी से शादी करने और खुद के बालिग होने की बात कही है। रोशनी ने परिजनों से परेशान न करने की भी अपील की है।
इससे पहले बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में सबीना नाम की एक मुस्लिम लड़की ने हिन्दू धर्म स्वीकार कर सोमपाल से शादी की थी। इसी आश्रम में अमरीना ने राधिका बन कर पप्पू से, नाजिश ने निहारिका बन कर नीलेश से और शहनाज ने सुमन बन कर अजय से शादी की थी। कुछ समय पहले ऑपइंडिया से बात करते हुए पंडित केके शंखधर ने अपनी जान का भी खतरा बताया था। उन्होंने बताया था कि आश्रम में 64 से अधिक मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू लड़कों से शादी की है, जिसके चलते वे कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं।