गीता जयंती के अवसर पर रविवार (24 दिसंबर 2023) को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में सामूहिक गीता पाठ का आयोजन किया गया है। इस ग्राउंड में एक लाख से ज्यादा लोग एकसाथ बैठकर एक स्वर में गीता का पाठ कर रहे हैं। इस आयोजन का नाम लोक्खो कंठे गीता पाठ दिया है। इसमें कई विश्व रिकॉर्ड बने हैं।
अखिल भारतीय संस्कृत परिषद और मोतीलाल भारत तीर्थ सेवा मिशन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में हिस्से लेने के लिए देश और दुनिया से 300 से अधिक संत कोलकाता पहुँचे हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य की अन्य प्रमुख हस्तियों को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया है।
आयोजकों ने बताया कि इसमें हिस्सा लेने के लिए 1.30 लाख लोगों ने पंजीकरण करवाया है। कार्यक्रम के दौरान 60,000 महिलाओं ने एक साथ शंख बजाकर नाद किया। बताते चलें कि इससे पहले इतनी संख्या में लोगों ने एक साथ गीता पाठ नहीं किया था और ना ही इतनी संख्या में महिलाओं ने एकसाथ शंखनाद किया था। यहाँ आए विभिन्न आयुवर्ग के लोग एक वेशभूषा में नजर आए।
इस कार्यक्रम की शुरुआत बांग्ला कवि काजी नजरुल इस्लाम के गीत से हुई। नजरूल इस्लाम के गीत पर आधारित नजरूल गीति गाने का इससे बड़ा प्रयास भी पहले नहीं हुआ था। इस तरह इस बार तीन विश्व रिकॉर्ड बने। इतनी संख्या में एक साथ एवं एक सुर में गीता पाठ करने का, इतनी संख्या में एक साथ शंखनाद का और कवि नजरूल की इतनी संख्या में सामूहिक गायन का।
ब्रिगेड ग्राउंड का वीडियो शेयर करते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा के नेता कमल सिंह ने अपने X हैंडल पर लिखा है, “विश्व रिकॉर्ड 🌎 कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में 1.2 लाख संत-अनुयायियों ने गीता का पाठ किया। पीएम मोदी जी ने इस आयोजन की सराहना की। इसका सारा श्रेय सनातन योद्धाओं को है! आयोजन को असफल बनाने की ममता बनर्जी की कोशिश के बावजूद सनातनियों ने इसे संभव कर दिखाया।”
World Record 🌎
— Kamal Singh (@KamalSinghBJP) December 24, 2023
1.2 Lakh Santan followers recited #GitaPath at Kolkata’s Brigade Ground. PM Modi Ji lauded the event.
All credit to #Sanatan warriors!
Despite Mamata Banerjee’s effort towards making the event unsuccessful, Sanatanis made it possible. Big LOOSE for DIDI! pic.twitter.com/CypFGYXPD9
भाजपा ने इसको लेकर बंगाल में नए युग की शुरुआत बताई है। इस आयोजन को लेकर पीएम मोदी ने एक दिन पहले कहा था, “गीता के श्लोकों में मानवता का हर मर्म समाहित है, जो सदैव कर्म पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।’गीता जयंती’ की मेरे सभी परिवारजनों को कोटि-कोटि शुभकामनाएँ। जय श्री कृष्ण!”
गीता के श्लोकों में मानवता का हर मर्म समाहित है, जो सदैव कर्म पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।'गीता जयंती' की मेरे सभी परिवारजनों को कोटि-कोटि शुभकामनाएं। जय श्री कृष्ण!
— Narendra Modi (@narendramodi) December 23, 2023
दरअसल, इस कार्यक्रम में पीएम मोदी को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल किया था। हालाँकि, अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण वे इस कार्यक्रम में नहीं आ पाए। इसके बाद उन्होंने लोगों के नाम यह संदेश लिखा।