Monday, November 18, 2024
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Exclusive: ‘भगवा लव ट्रैप’ के नाम पर हिंदू लड़के-मुस्लिम लड़की टारगेट पर, हमलों के लिए वॉट्सऐप ग्रुप में प्लानिंग; पाकिस्तानी भी शामिल

ऐसे ग्रुप में उन मुस्लिम लड़कियों/महिलाओं की जानकारी दी जाती है, जिनके पार्टनर हिंदू हैं। फिर इनको टारगेट किया जाता है। इन्हें ढूँढने की ट्रेनिंग दी जाती है - जैसे टारगेट की गाड़ी का नंबर निकालना, उसके ऑफिस आने-जाने के समय का पता करना। फिर हमला करने के लिए उकसाया जाता है।

‘भगवा लव ट्रैप’ का नाम कुछ सालों पहले सुना था? शायद हममें से किसी ने भी नहीं। वो इसलिए क्योंकि ऐसा कभी कुछ न तो हुआ है, न ही हिंदू समाज के लड़के ऐसा करते हैं। नाम छुपा कर दूसरे मजहब की लड़कियों को प्रेमजाल में फँसाने की मानसिकता हिंदू समाज में कभी रही ही नहीं। फिर ‘भगवा लव ट्रैप’ जैसा टर्म अब सोशल मीडिया से लेकर न्यूज मीडिया में दिखनी क्यों लगी? क्योंकि साल 2023 में कई ऐसे कपल्स को सार्वजनिक हमलों में निशाना बनाया गया, जिन्होंने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत अंतरधार्मिक शादियाँ की हैं या दोनों के बीच प्रेम रहा है। इसमें उन कपल्स को निशाना बनाया गया है, जिसमें पुरुष हिंदू है और महिला मुस्लिम।

ऑपइंडिया ने पिछले कई महीनों के दौरान हुए 50 से ज्यादा मामलों की खबर बनाई है, जिसमें हिंदू पुरुष और महिला मुस्लिम थी। इन हमलों के पीछे ‘भगवा लव ट्रैप’ की थ्योरी पाई गई है, जिसमें हिंदू पुरुषों और मुस्लिम महिलाओं पर हमले हुए। कई मामलों में मुस्लिम हमलावरों द्वारा उन महिलाओं के यौन उत्पीड़न हुए, तो सार्वजनिक तौर पर उन्हें बेईज्जत करने, उन्हें पीटने की घटनाएँ हुईं।

ऑपइंडिया ने अपने अंडर कवर ऑपरेशन द्वारा उन घटनाओं को एक्सपोज किया है, जिन्हें वॉट्सऐप के माध्यम से पूरी तरह से प्लानिंग करके अंजाम दिया गया। इसके लिए वॉट्सऐप ग्रुपों में अंतरधार्मिक कपल्स को निशाना बनाने, उन पर हमले के लिए उकसाने, उनकी खोज करके प्रताड़ित करने की योजनाएँ बनाई गईं और पूरी प्लानिंग करके उन पर हमले किए गए।

हमें इन ग्रुपों से इस बात के सबूत साफ तौर पर मिले हैं, जो पीड़ितों के संवैधानिक अधिकारों का हनन करते हैं। ऑप इंडिया ने ऐसे ही ग्रुप ‘बहन बेटी बचाओ’ को ढूँढ निकाला है, जिसमें पाकिस्तानी लोग भी शामिल हैं। इस ग्रुप के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “ग्रुप में सिर्फ अपना सजेशन देते रहें कि भगवा आतंक से अपनी बहन बेटी को कैसे बचा सकते हैं।”

इस वॉट्सऐप ग्रुप के डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) पर बुर्का पहने मुस्कान की तस्वीर है। मुस्कान वही मुस्लिम लड़की है, जो हिंदू छात्रों के समूह के सामने मुट्ठी बाँधकर ‘अल्लाह हू अकबर’ चिल्लाई थी। ये मामला कर्नाटक हिजाब विवाद से जुड़ा था।

‘बहन बेटी बचाओ’ वॉट्सऐप ग्रुप का स्क्रीनशॉट

ऑपइंडिया ने पाया है कि इस ग्रुप के चार एडमिन हैं, जिनके नाम इलियास मेमन, रईस शेख, फरहत शेख और हुसैन खान हैं। ये इस्लामी ग्रुप शुरू में महाराष्ट्र में अपने कारनामों को अंजाम देता था, जो धीरे-धीरे पूरे भारत में फैल गया है।

‘बहन बेटी बचाओ’ वॉट्सऐप ग्रुप में पाकिस्तानी क्या कर रहे?

हमारी जाँच के दौरान पता चला कि इस ‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में 150 से ज्यादा सदस्य हैं, जिसमें भारत में सुनियोजित तरीके से हिंदू-मुस्लिम कपल्स को निशाना बनाने की प्लानिंग होती है, लेकिन इसमें दो सदस्य पाकिस्तान के भी हैं। इसमें से एक ‘फेजान’ के नाम से है, तो दूसरे का नाम ‘साद मैतला’ है। दोनों के फोन नंबर का कोड पाकिस्तान +92 है। ये दोनों ही पाकिस्तानी CMPak लिमिटेड कंपनी के सिम इस्तेमाल कर रहे हैं।

वॉट्सऐप ग्रुप के मेंबर्स का स्क्रीनशॉट, जिसमें +92 कोड वाले दो पाकिस्तानी भी

इस ग्रुप में पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को फैलाने वाले कट्टर इस्लामी लोग लगातार ‘भगवा लव ट्रैप’ के नाम पर भड़काऊ सामग्री पोस्ट करते हैं। इसमें हिंदूफोबिक कंटेंट तैयार करने वाले पाकिस्तानी यू-ट्यूबर इब्ने काजी के भी वीडियो होते हैं, तो तमाम अन्य के भी।

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप का स्क्रीनशॉट, जिसमें पाकिस्तानी यूट्यूबर के भड़काऊ वीडियो

भ्रामक जानकारियाँ फैलाकर लोगों को बरगला रहा ग्रुप

ये वॉट्सऐप ग्रुप भ्रामक जानकारियों और ग्रैफिक कंटेंट से भरा हुआ है, जो मुस्लिम समाज को ‘भगवा लव ट्रैप’ कॉस्पिरेंसी थ्योरी के नाम पर हिंदुओं को टारगेट करने के लिए माहौल तैयार करता है। इस ग्रुप का एक सदस्य जिसकी पहचान सलमान खान के तौर पर हुई है, वो सूटकेश में बंद मृत महिला का वीडियो पोस्ट करता है और लिखता है:

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

“जो लड़कियाँ घर से भागकर अपने हिसाब से शादी करती हैं, उनके साथ ऐसा ही होता है।”

सलमान खान राजस्थान के जयपुर में मुस्लिम महिलाओं को दी जा रही ट्रेनिंग के बारे में भी जानकारी साझा किया। वो अपने कट्टर इस्लामी साथियों से अपील कर रहा है वो लोग भी ऐसे महिलाओं के ग्रुप देश के अन्य हिस्सों में शुरू करें और ‘भगवा लव ट्रैप’ के बारे में लोगों को जानकारी दें।

जयपुर में महिलाओं वाला निगरानी समूह, ‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में सलमान खान ने शेयर की फोटो

हिंदू लड़का-मुस्लिम लड़की पर हमला करने के लिए उकसाना

सलमान खान एक मुस्लिम महिला पर किए गए हिंसक हमले का वीडियो शेयर करता है, जिसमें कट्टर मुस्लिमों की भीड़ उस महिला को हिंदू के साथ संबंधों की वजह से मारपीट करती दिख रही है। सलमान खान बाकियों को ऐसे हिंदू-मुस्लिम जोड़ों पर हमले के लिए कहता है कि जहाँ भी संभव हो, ऐसे लोगों को सबक सिखाया जाए।

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

एक अन्य वीडियो जो उसने शेयर किया है, उसमें एक हिंदू पुरुष और बुर्का पहने उसकी महिला साथी को इस्लामी भीड़ घेरे हुए है। वो महिला को ताना मारते हैं, “मुस्लिम बंदे मर गए थे क्या? तुम गैर मुस्लिम के साथ क्या कर रही हो?” ये भीड़ महिला को गालियाँ देते हुए सुनाई दे रही है। इसी ग्रुप का सदस्य शरीफ तंबोली भी ‘भगवा लव ट्रैप’ कॉन्सिपिरेसी थ्योरी को बढ़ाता दिखता है।

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

इस ग्रुप में एक पर्चा भी शेयर किया जा रहा है, जिसमें गलत तरीके से दावा किया जा रहा है कि भारत में हर साल 10 लाख मुस्लिम महिलाओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिंदू बना रहा है। इसमें आरोप लगाया गया है कि महाराष्ट्र के शहर अमरावती में 800 मुस्लिम महिलाओं को कन्वर्जन और शादी के नाम पर हिंदू बना दिया गया।

ऑपइंडिया ने पहले भी सज्जाद नौमानी नाम के एक कट्टर मौलवी पर रिपोर्ट लिखी थी, जो ये फर्जी दावा कर रहा था कि 8 लाख मुस्लिम महिलाओं को हिंदू बनाया गया है।

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

शरीफ तंबोली ग्रुप के कट्टर इस्लामी साथियों से इस पर्चे को अपने 50 किलोमीटर के दायरे में हर मुस्लिम घर में पहुँचाने की अपील भी कर रहा है।

इस साल मई महीने में इंदौर पुलिस ने 5 कट्टर इस्लामी युवकों जिनके नाम तौसीफ, शाहिद अली, शादाब खान, फरदीन खान और शाहरुख बेग हैं, को इन पर्चों को बाँटने और शहर के अमन में खलल डालने के आरोपों में गिरफ्तार किया था।

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में वीडियो और मैसेज का स्क्रीनशॉट

कट्टर इस्लामी समूह ‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के लिए उकसाया जा रहा है। इस ग्रुप का एक सदस्य इरफान एक व्यक्ति की हत्या का एडिटेड वीडियो शेयर कर रहा है, जिसमें क्लेम किया गया है कि मरने वाला मुस्लिम है और मारने वाला हिंदू। ये सारे काम इस कट्टर ग्रुप के बड़े टारगेट्स में से हैं, जिसमें हिंदुओं पर हिंसक हमलों के लिए मुस्लिमों को मानसिक रूप से तैयार किया जा रहा है।

हिंदू-मुस्लिम कपल्स की जानकारियाँ शेयर करने का प्लेटफॉर्म

इस ग्रुप में हिंदू-मुस्लिम कपल्स की जानकारियाँ साझा की जा रही हैं। वो जानकारी जुटाते हैं और फिर सुनियोजित तरीके से उनका शिकार करते हैं। जीशान अली नाम का एक कट्टर इस्लामी इस ग्रुप में एक हिंदू लड़के की तलाश कर रहा है, जो मध्य प्रदेश से एक मुस्लिम महिला के साथ कथित रूप से भाग गया है। जीशान अपने साथियों से इस कपल की लोकेशन ढूँढने और उनकी जानकारी उस नंबर पर देने वाला पोस्ट साझा किया, जो दूसरे इस्लामी कट्टरपंथी मोईन मंसूरी का है।

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

इस साल मई में हक अली (@ahaq84958) नाम के ट्विटर हैंडल से सोशल मीडिया पर हिंदू पुरुष और मुस्लिम महिला की जोड़ी की जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई थी।

इस मुद्दे पर एक सूत्र ने ऑपइंडिया से बातचीत में कहा:

“ऐसे हिंदू-मुस्लिम कपल्स की निजी जानकारी ‘बहन बेटी बचाओ’ जैसे ग्रुप्स के एडमिन के माध्यम से ‘हमलावर टीम’ के साथ शेयर की जाती है और फिर वो रेकी करके उनकी पूरी जानकारी निकालते हैं, उनके छिपने की जगह ढूँढते हैं और घात लगाकर भीड़ में हमला करते हैं। “

इस ग्रुप में वाहिद मनियार नाम के इस्लामी कट्टरपंथी ने ऐसे ही एक असली कहानी साझा की, जिसमें हिंदू पुरुष और मुस्लिम महिला की जोड़ी को ढूँढ निकाला गया और उन पर हमले किए गए, उनका उत्पीड़न किया गया।

वाहिद ने एक ऐसा वीडियो शेयर किया है, जिसमें बताया है कि उसके कट्टर इस्लामी साथियों ने कैसे एक हिंदू-मुस्लिम कपल की जानकारी महाराष्ट्र सरकार के मैरिज रजिस्ट्रार की वेबसाइट से ढूँढ निकाला। इस वेबसाइट पर स्पेशल मैरिज एक्ट-1954 के तहत पंजीकृत शादियों की जानकारी दी जाती हैं। इस वेबसाइट पर ऐसे जोड़ों के मौजूदा और पैतृक पतों की जानकारी सार्वजनिक रूप से रहती है। हिंदू युवक और मुस्लिम युवतियों की शादी के बाद इसी वेबसाइट से पता इस्लामी कट्टरपंथी उनका आसान शिकार बनाते हैं।

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

इस वीडियो के मुताबिक, टारगेट को ढूँढने की ट्रेनिंग दी गई है कि कैसे उसकी जानकारी निकालनी है, जैसे टारगेट की गाड़ी का नंबर निकालना है और उसके ऑफिस आने-जाने के समय का भी पता करना।

ऑपइंडिया ने पता लगाया है कि इस ग्रुप में उन मुस्लिम महिलाओं की जानकारी साझा की जाती है, जिनके पार्टनर हिंदू हैं और वो जल्द इनसे शादी करने वाली होती हैं। इस वॉट्सऐप ग्रुप का एक सदस्य मोहम्मद शहबाज अंसारी जबलपुर की ऐसी ही तीन मुस्लिम लड़कियों की तस्वीरें शेयर करता है और उनके परिजनों को इस बारे में सूचना देने के लिए कहता है।

‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

अन्य कट्टरपंथी गुटों के साथ जुड़ाव

ऑपइंडिया की जाँच में यह भी पता चला है कि ‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप अन्य इस्लामिक गुटों के साथ संपर्क में है। इसके सदस्य वॉट्सऐप और फेसबुक ग्रुपों से जुड़े हैं, जो ब्रेनवॉश करने, हमलों के लिए भड़काने और एंटी-हिंदू प्रोपेगेंडा भड़काने में शामिल हैं। इसमें ‘इस्लामिक हिस्ट्री’ और ‘ओनली इस्लामिक ग्रुप लिंक्स’ जैसे ग्रुप हैं। इन ग्रुपों में भगवा लव ट्रैप थ्योरी को आगे बढ़ाने में इस्तेमाल की जा रही सामग्रियाँ शेयर की जा रही हैं।

‘इस्लामिक हिस्ट्री’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

ध्यान देने वाली बात यह है कि ‘इस्लामिक हिस्ट्री’ ग्रुप को रईस शेख चलाता है, जो ‘बहन बेटी बचाओ’ ग्रुप का भी एडमिन है।

‘ओनली इस्लामिक ग्रुप लिंक्स’ ग्रुप में हुए चैट का स्क्रीनशॉट

वॉट्सऐप से इतर फेसबुक पर मुस्लिम महिलाओं के नाम पर हिंदू पुरुषों को लुभाने वाले ग्रुप भी चलाए जा रहे हैं, जिसमें से एक पब्लिक ग्रुप का नाम ‘मुस्लिम लड़कियों का ग्रुप ज्वॉइन करें‘ है। इस ग्रुप में 2 मिलियन यानी 20 लाख से अधिक सदस्य हैं।

इस ग्रुप में 4 मई 2023 को एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें हिंदू लड़के को मुस्लिम लड़की के साथ दिखाया गया है और ये तस्वीर भी चोरी से खींची गई प्रतीत होती है। इस पोस्ट पर 45,000 लाइक्स हैं। इस पर लिखा गया है, “जिस्म नीलाम, न घर का न घाट का… इस्लाम से भी रुकसात हो जाओगे।”

‘भगवा लव ट्रैप’ कॉन्सिपिरेसी थ्योरी और खतरनाक मंसूबे

पिछले कुछ समय से कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कट्टर इस्लामी भीड़ हिंदू-मुस्लिम कपल्स पर हमले कर रही है। ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हुए हैं, जिसमें कट्टर इस्लामी हमलावर हिंदू पुरुष और मुस्लिम महिला वाले जोड़े पर हमला किए, गालियाँ दीं, पिटाई की। ये सब कुछ ‘भगवा लव ट्रैप’ को काउंटर करने के नाम पर किया जा रहा है।

बता दें कि ऑपइंडिया ने सज्जाद नोमानी नाम के मौलवी पर रिपोर्ट लिखी थी, जो ‘भगवा लव ट्रैप’ का प्रोपेगेंडा साल 2021 से फैला रहा है। इस प्रोपेगेंडा में बताया जाता है कि हिंदू समूह ऐसे युवाओं को तैयार कर रहे हैं, जो मुस्लिम महिलाओं को लुभा सकें और उन्हें इस्लाम से निकाल कर हिंदू बना सकें। इसके प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया पर बाकायदा हैशटैग चलाए जा रहे हैं।

इन पोस्ट्स में इमोशनल मैसेज शेयर किए जाते हैं, ऐसे कपल्स की पहचान करने के लिए पब्लिक से मदद माँगी जाती है। इसके कुछ समय बाद सोशल मीडिया पर कट्टर इस्लामी समूहों द्वारा हिंदू-मुस्लिम कपल्स की पिटाई और उनकी सार्वजनिक बेईज्जती के वीडियो सामने आती हैं। इन वीडियो में उनके साथ बहस के बाद मारा-पीटा जाता है, मुस्लिम लड़कियों/महिलाओं को मोलेस्ट तक किया जाता है। ऐसे कपल्स को सड़कों पर, रेस्टोरेंट्स में और यहाँ तक कि होटलों में निशाना बनाया जाता है।

लोकल मीडिया रिपोर्ट्स, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर ऑपइंडिया ने ऐसे 50 से अधिक मामलों का पता लगाया है, जिसमें हिंदू पुरुष और मुस्लिम महिला वाले कपल्स को निशाना बनाया गया। इन मामलों में इसे ‘भगवा लव ट्रैप’ का जवाब बताया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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