शहर कोई भी लेकिन लव जिहाद और धर्म परिवर्तन के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे। हाल ही में पुणे से आए लव जिहाद के मामले के बाद अब भिवंडी से प्यार, धर्म परिवर्तन और फिर तलाक का मामला सामने आया है। इस मामले में आरोपित सिराज ने पहले सोशल मीडिया फेसबुक के जरिए विवाहिता को दोस्त बनाया फिर हिन्दू नाम ‘राजू’ बताकर हिन्दू परंपरा के अनुसार शादी की। कुछ दिन बाद उसने खुद की असली पहचान मुस्लिम के रूप में बताई और महिला का धर्म परिवर्तन कराकर इस्लाम कबूल करवा लिया।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में भिवंडी पुलिस ने बताया, “सिराज नाम के एक मुस्लिम युवक ने पहले खुद को हिंदू बताकर शादीशुदा महिला से हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। कुछ दिन के बाद उसने खुद की असली पहचान बताई और महिला का धर्म परिवर्तन करा दिया। इसके बाद उससे निकाह किया। बाद में उसे तलाक दे दिया।”
हालाँकि, इस मामले में भिवंडी पुलिस ने आरोपित सिराज के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। वहीं महिला के अनुसार,अन्य आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में सिराज ने पीड़िता से न सिर्फ अपनी पहचान छिपाई थी बल्कि महिला से यह बात भी छिपाई कि वह पहले से शादीशुदा और चार बच्चों का अब्बू है।
क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि भिवंडी के एक ब्राह्मण लड़की की शादी 2012 में उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुई थी, जिससे एक लड़की भी हुई थी। लेकिन, पति-पत्नी दोनों में अनबन होने के कारण बच्ची को लेकर वह महिला 2018 में भिवंडी आ गई और कशेली नामक जगह पर किराए का घर लेकर रहने लगी। महिला को 2019 सोशल मीडिया फेसबुक पर राजू नाम के एक लड़के की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। यहीं से राजू से उसकी दोस्ती हो गई। चूँकि महिला की बच्ची अक्सर बीमार रहती थी। राजू ने उसे दरगाह पर दुआ माँगने की सलाह दी।
राजू ने महिला से अपनी झूठी पहचान बताते हुए कहा कि गैबीनगर में उसका होटल है। वह महिला की स्थिति जानने के बाद आर्थिक मदद करते हुए करीब आया और उसके सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया। वहीं महिला ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि राजू ने उसकी 7 वर्षीय लड़की का जीवनभर ध्यान रखने का आश्वासन दिया। और जनवरी 2020 में वह उसे गुंजन लॉज में ले गया और उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
26 जनवरी 2020 को धामनकर नाका के पास एक इमारत में राजू के साथ उसकी हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी हो गई। एक वर्ष बाद राजू ने खुद ही अपना पोल खोलते हुए बताया कि वह मुस्लिम है। उसका असली नाम सिराज कुरेशी है। उसके साथ यदि उसे रहना है, तो इस्लाम स्वीकार करके निकाह करना पड़ेगा। महिला जब 2021 में एक किराए के मकान में रहने लगी तब जाकर उसे पता चला कि सिराज पहले से शादीशुदा भी है। और उसके चार बच्चे भी है। लेकिन सिराज ने दबाव डालकर मई 2022 में ब्राह्मण महिला को इस्लाम कबूल कराकर निकाह कर लिया।
इसके बाद एक साल से भी कम समय में उसने महिला को एक कागज पर लिखकर इस बात पर तलाक़ दे दिया कि यदि वह अपनी पहली बीबी के साथ नहीं रहता है तो उसको संपत्ति से बाहर कर दिया जाएगा। सिराज ने जबरदस्ती महिला से हस्ताक्षर भी करवा लिए। यह मामला तब पुलिस तक पहुँचा जब 2 अगस्त 2023 को महिला ने सिराज को फोन किया, तो गाली-गलौज करने लगा। सिराज महिला को हलाला के लिए कहने लगा।
तब महिला ने पूरे मामले में भिवंडी पुलिस में शिकायत करते हुए सिराज कुरेशी के खिलाफ FIR दर्ज कराया। वहीं इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सिराज को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं महिला का आरोप है कि इस मामले में दूसरे आरोपितों की गिरफ़्तारी अभी नहीं हुई है।
पुणे में भी नौकरी का साँझा देकर धोखे से कराया था इस्लाम कबूल
गौरतलब है कि हाल ही में उजागर हुए एक और मामले में भी कई सालों तक हिन्दू महिला को ब्लेकमेल किया गया। उसे यूनानी दवाओं के प्रभाव में रखकर न सिर्फ इस्लाम कबूल कराया गया बल्कि उसका रेप भी हुआ। इस मामले में खुलासा तब हुआ जब यूनानी दवाओं का असर ख़त्म हुआ। महिला ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपित आमिर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
शिकायत में, लड़की ने यह भी उल्लेख किया है कि आमिर तम्बोली ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। आमिर ने पिछले दो वर्षों में कई बार उसके साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार किया। वहीं पुलिस ने शिकायत के बाद आमिर तंबोली, नंदिनी बनर्जी, वकील अरशद नेहाल और आसिफ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आसिफ पर तंबोली को यूनानी दवाएँ उपलब्ध कराने का मामला है।