उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi, Uttar Pradesh) में प्रख्यात काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में रोजा इफ्तार और भड़काऊ नारों को लेकर माहौल गर्मा गया है। कुलपति आवास के बाहर पुतला जलाकर इफ्तार पार्टी का विरोध करने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने वीसी लॉज के सामने हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करने की घोषणा की है।
वहीं, इस विवाद को लेकर BHU ने सफाई दी है। बीएचयू ने कहा कि विश्वविद्यालय में विभिन्न त्योहारों एवं उत्सवों का आयोजन होता है, जिसमें विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य आपसी प्रेम और सद्भाव के साथ शामिल होते हैं। विश्वविद्यालय ने कहा कि विश्वविद्यालय में कई वर्षों से रोजा इफ्तार का आयोजन होता रहा है और विश्वविद्यालय परिवार का मुखिया होने के नाते कुलपति इसमें शामिल होते रहे हैं।
विश्वविद्यालय के पत्र में कहा गया है, “27 अप्रैल को महिला विश्वविद्यालय में रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया, जिसमें कुलपति जी को आमंत्रित किया गया था। पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी की वजह से इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका था। इस बार यह आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न अधिकारियों ने शिरकत की।” विश्वविद्यालय का कहना है कि इस तरह का मुद्दा उठाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी द्वारा स्थापित सर्वविद्या की राजधानी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय समावेशी संस्थान है। #BHU शिक्षा की गुणवत्ता व शोध तथा अपनी समग्रता के लिए वैश्विक ख्याति प्राप्त है।यहां दुनिया भर के विद्यार्थी आते हैं और निर्भय होकर शिक्षा अर्जित करते हैं। pic.twitter.com/h94vsPEudf
— BHU Official (@bhupro) April 28, 2022
इसी बीच गुरुवार (28 अप्रैल 2022) की शाम को एबीवीपी के छात्रों ने वीसी लॉज पर हनुमान चालीसा के पाठ का ऐलान किया है। संस्था के छात्रों का कहना है कि जब बीएचयू में रोजा इफ्तार हो सकता है तो हनुमान चालीसा का पाठ भी होगा। परिषद का दावा है कि इस पाठ में शाम 5:00 बजे बड़ी संख्या में छात्र हिस्सा लेंगे और हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ करेंगे।
वहीं, विश्वविद्यालय की दीवारों पर भड़काऊ नारे लिखने का आरोप भगत सिंह छात्र मोर्चा पर लगाया जा रहा है। हालाँकि, मोर्चा ने इन नारों को लिखने में अपना हाथ होने से इनकार किया है। वहीं, मोर्चा ने इसी दौरान विश्वविद्यालय के लंका गेट पर बैठक करने का ऐलान किया है। ऐसे में दोनों संगठनों के छात्रों के बीच टकराव की आशंका उत्पन्न हो गई है। इसको देखते हुए परिसर में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है।
बता दें कि बुधवार की शाम को कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन के साथ-साथ प्रोक्टर प्रो. वीके शुक्ला सहित महिला महाविद्यालय के रोजेदार शिक्षक, शिक्षिकाओं व छात्राओं ने अपना रोजा खोला था। छात्रों ने ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया कि वहाँ डा. मो. अफजल हुसैन के नेतृत्व में रोजा और रमजान पर एक चर्चा भी हुई। इसकी जानकारी होने पर छात्रों का बड़ा समूह आक्रोशित हो गया। इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुआ।
इसके अगले दिन यानी गुरुवार (27 अप्रैल) को परिसर में दीवारों पर “कश्मीर तो बस झाँकी है, पूरा भारत बाकी है।” तो “ब्राह्मणों तेरी कब्र खुदेगी BHU की धरती पर।” जैसे नारे लिखकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है। इसके बाद परिसर का माहौल गर्म हो गया है। कैंपस में फोर्स को तैनात कर दिया गया है।