Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजBHU में इफ्तार पार्टी पर बवाल: वीसी लॉज के सामने हनुमान चालीसा पाठ करेगी...

BHU में इफ्तार पार्टी पर बवाल: वीसी लॉज के सामने हनुमान चालीसा पाठ करेगी ABVP, यूनिवर्सिटी की सफाई- वर्षों से रोजा इफ्तार

विश्वविद्यालय की दीवारों पर भड़काऊ नारे लिखने का आरोप भगत सिंह छात्र मोर्चा पर लगाया जा रहा है। हालाँकि, मोर्चा ने इन नारों को लिखने में अपना हाथ होने से इनकार किया है। वहीं, मोर्चा ने इसी दौरान विश्वविद्यालय के लंका गेट पर बैठक करने का ऐलान किया है। ऐसे में दोनों संगठनों के छात्रों के बीच टकराव की आशंका उत्‍पन्न हो गई है।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi, Uttar Pradesh) में प्रख्यात काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में रोजा इफ्तार और भड़काऊ नारों को लेकर माहौल गर्मा गया है। कुलपति आवास के बाहर पुतला जलाकर इफ्तार पार्टी का विरोध करने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने वीसी लॉज के सामने हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करने की घोषणा की है। 

वहीं, इस विवाद को लेकर BHU ने सफाई दी है। बीएचयू ने कहा कि विश्वविद्यालय में विभिन्न त्योहारों एवं उत्सवों का आयोजन होता है, जिसमें विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य आपसी प्रेम और सद्भाव के साथ शामिल होते हैं। विश्वविद्यालय ने कहा कि विश्वविद्यालय में कई वर्षों से रोजा इफ्तार का आयोजन होता रहा है और विश्वविद्यालय परिवार का मुखिया होने के नाते कुलपति इसमें शामिल होते रहे हैं।

विश्वविद्यालय के पत्र में कहा गया है, “27 अप्रैल को महिला विश्वविद्यालय में रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया, जिसमें कुलपति जी को आमंत्रित किया गया था। पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी की वजह से इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका था। इस बार यह आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न अधिकारियों ने शिरकत की।” विश्वविद्यालय का कहना है कि इस तरह का मुद्दा उठाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।

इसी बीच गुरुवार (28 अप्रैल 2022) की शाम को एबीवीपी के छात्रों ने वीसी लॉज पर हनुमान चालीसा के पाठ का ऐलान किया है। संस्था के छात्रों का कहना है कि जब बीएचयू में रोजा इफ्तार हो सकता है तो हनुमान चालीसा का पाठ भी होगा। परिषद का दावा है कि इस पाठ में शाम 5:00 बजे बड़ी संख्या में छात्र हिस्सा लेंगे और हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ करेंगे।

वहीं, विश्वविद्यालय की दीवारों पर भड़काऊ नारे लिखने का आरोप भगत सिंह छात्र मोर्चा पर लगाया जा रहा है। हालाँकि, मोर्चा ने इन नारों को लिखने में अपना हाथ होने से इनकार किया है। वहीं, मोर्चा ने इसी दौरान विश्वविद्यालय के लंका गेट पर बैठक करने का ऐलान किया है। ऐसे में दोनों संगठनों के छात्रों के बीच टकराव की आशंका उत्‍पन्‍न हो गई है। इसको देखते हुए परिसर में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है।

बता दें कि बुधवार की शाम को कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन के साथ-साथ प्रोक्टर प्रो. वीके शुक्ला सहित महिला महाविद्यालय के रोजेदार शिक्षक, शिक्षिकाओं व छात्राओं ने अपना रोजा खोला था। छात्रों ने ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया कि वहाँ डा. मो. अफजल हुसैन के नेतृत्व में रोजा और रमजान पर एक चर्चा भी हुई। इसकी जानकारी होने पर छात्रों का बड़ा समूह आक्रोशित हो गया। इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुआ।

इसके अगले दिन यानी गुरुवार (27 अप्रैल) को परिसर में दीवारों पर “कश्मीर तो बस झाँकी है, पूरा भारत बाकी है।” तो “ब्राह्मणों तेरी कब्र खुदेगी BHU की धरती पर।” जैसे नारे लिखकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है। इसके बाद परिसर का माहौल गर्म हो गया है। कैंपस में फोर्स को तैनात कर दिया गया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -