Monday, December 23, 2024
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कन्हैया कुमार पर फिर हमला, 24 घंटे में दूसरी बार: भारी पथराव के बीच बाल-बाल बचे

CPI नेता और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के काफिले पर बिहार के मधेपुरा जिले के पास अज्ञात उपद्रवियों द्वारा फिर से पथराव किया गया। इस घटना में...

CPI नेता और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के काफिले पर बिहार के मधेपुरा जिले के पास गुरुवार (फरवरी 6, 2020) को अज्ञात उपद्रवियों द्वारा फिर से पथराव किया गया। हालाँकि इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। बीते 24 घंटों में कन्हैया के साथ दूसरी बार इस तरह की घटना हुई है। भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने पटना में बयान जारी कर इस घटना की कड़ी निंदा की और हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार के सुपौल में काफिले पर हुए पथराव में कन्हैया कुमार घायल हो गए थे। घटना के वक्त सुपौल में एक रैली को संबोधित करने के बाद कन्हैया सहरसा की ओर जा रहे थे। इस हमले में कन्हैया कुमार के ड्राइवर भी घायल हो गए थे। उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

इससे पहले झंझारपुर में CPI नेता कन्‍हैया के काफिले को काला झंडा दिखाया गया था। वहीं अपने कार्यक्रम के लिए शिवहर से सीतामढ़ी जाते समय कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी रोककर काले झंडे दिखाए और साथ ही कॉमरेड मुर्दाबाद के नारे लगाए। कन्हैया कुमार इन दिनों बिहार में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में ‘जन-गण-मन यात्रा’ पर हैं। एक महीने तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान वे बिहार के लगभग सभी प्रमुख शहरों में पहुँचेंगे और करीब 50 सभाएँ करेंगे। कन्हैया ने इस यात्रा की शुरुआत 30 जनवरी को बेतिया से की थी।

हालाँकि सीएए और एनआरसी के खिलाफ बिहार में चल रहे प्रोपेगेंडा के तहत गाँव-गाँव घूम रहे सीपीआई के नेताओं को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले कन्हैया के काफिले को शहर के अंदर पुनौरा में भी रोकने की कोशिश की गई थी। वहाँ भी युवाओं ने काले झंडे दिखाकर कन्हैया मुर्दाबाद के नारे लगाए थे। वहीं पिछले शनिवार को भी कन्हैया के सीवान से छपरा जाने के क्रम में कोपा बाजार में कुछ लोगों ने कन्हैया कुमार के काफिले पर पथराव किया था। इस हमले में कन्हैया की गाड़ी के शीशे टूट गए थे जबकि कन्हैया बाल-बाल बच गए थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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