Friday, September 13, 2024
Homeराजनीतिबिहार में कन्हैया कुमार के काफिले पर हमला, पथराव में ड्राइवर के साथ घायल

बिहार में कन्हैया कुमार के काफिले पर हमला, पथराव में ड्राइवर के साथ घायल

कन्हैया कुमार के काफिले में शामिल दो लोग जख्‍मी हो गए और दो वाहनों के शीशे भी फूट गए हैं। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को पुलिस को हिरासत में लिया है। इसके पहले आज ही झंझारपुर में CPIM नेता कन्‍हैया के काफिले को काला झंडा दिखाया गया था।

बिहार में जेएनयू के पूर्व छात्र संघ नेता और CPIM नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर हमला किया गया है। इस हमले में कन्हैया और उनके ड्राइवर घायल हो गए हैं। यह हमला बिहार के सुपौल में हुआ है। बताया जा रहा है कि कुछ अज्ञात लोगों ने उनके काफिले पर पथराव किया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में गाड़ी के ड्राइवर का सिर फटा है। कन्हैया कुमार भी घायल हुए हैं और उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

रिपोर्ट्स के अनुसार, कन्हैया कुमार के काफिले में शामिल दो लोग जख्‍मी हो गए और दो वाहनों के शीशे भी फूट गए हैं। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को पुलिस को हिरासत में लिया है। इसके पहले आज ही झंझारपुर में CPIM नेता कन्‍हैया के काफिले को काला झंडा दिखाया गया था। झंझारपुर के बाद ही कन्‍हैया कुमार सुपौल पहुँचे थे।

बुधवार शाम करीब साढ़े पाँच बजे सभा के बाद कन्हैया कुमार अपने काफिले के साथ सहरसा के लिए निकले थे। उनके काफिले के आगे-पीछे कड़ी सुरक्षा भी थी। उसी समय शहर के सदर थाना के पास 25-30 की संख्या में खड़े युवक सीएए, एनआरसी के समर्थन में नारे लगा रहे थे। जैसे ही कन्हैया कुमार का वाहन वहाँ से गुजरा, कुछ लोगों ने उस पर काली स्याही भी फेंकी।

कन्हैया कुमार के काफिले में शामिल वाहनों के रुकते ही वहाँ जाम लग गया। इसके बाद पुलिस वाहनों को निकालने लगी। तभी पीछे से कुछ लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। पत्थर से कन्हैया कुमार की इस जन मन गण यात्रा का रथ और एक अन्य वाहन का शीशा टूट गया। बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच सभी वाहनों को निकाला गया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

पुणे में गणपति विसर्जन पर खूब बजेंगे ढोल-नगाड़े, CJI चंद्रचूड़ वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने दी हरी झंडी: NGT ने लगाई थी रोक

सुप्रीम कोर्ट ने गणपति विसर्जन में ढोल-ताशे की संख्या पर सीमा लगाने वाले करने वाले NGT के एक आदेश पर रोक लगा दी है।

महंत अवैद्यनाथ: एक संत, एक योद्धा और एक समाज सुधारक, जिन्होंने राम मंदिर के लिए बिगुल फूँका और योगी आदित्यनाथ जैसे व्यक्तित्व को निखारा

सन 1919 में जन्मे महंत अवैद्यनाथ को पहले 'कृपाल सिंह बिष्ट' के नाम से जाना जाता था। उन्हें योगी आदित्यनाथ के रूप में अपना उत्तराधिकारी मिला।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -