कोरोना वायरस का कहर आज पूरे विश्व में जारी है। अगर बात करें भारत की तो यहाँ जिसने भी इस बीमारी को हल्के में लिया या फिर जिस किसी ने भी इसे लेकर लापरवाही बरती आज उन्हीं के ऊपर यह बीमारी आफत बन कर बरस रही है। दुख की बात है कि कुछ लोगों की जरा सी लापरवाही आज देश के हजारों लोगों के लिए मुसीबत बन कर सामने खड़ी है। कुछ ऐसी ही एक खबर सामने आई है बिहार राज्य के जिला मुंगेर से। जहाँ बीते दिनों कोरोना वायरस के चलते हुई 38 वर्षीय युवक की मौत के बाद मृतक के संपर्क में आए सैकड़ों लोगों की जान आफत में आ गई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम उन लोगों को वेरीफाई करने में जुटी हुई है, जो किसी न किसी तरह से मृतक के संपर्क में आए या फिर कि उसके नजदीक भी आए।
दरअसल, कतर से बिहार लौटे 38 वर्षीय सैफ अली को कोरोना के लक्षण पाए गए थे। इसके बाद बीते दिनों उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अब तक 62 ऐसे लोगों को वेरीफाई करके एक सूची तैयार की है, जो किसी न किसी तरह से मृतक सैफ के संपर्क में आए थे। इसके बाद उन लोगों में हड़कंप मच गया है, जो सैफ के संपर्क में आए। साथ ही अब सभी को आइसोलेट करने की तैयारी की जा रही है और कुछ को किया भी जा चुका है। अब लोगों को आशंका है कि इस एक लापरवाही के कारण गाँव के लोगों को भयानक अंजाम भुगतने पड़ सकते हैं।
मौत के अगले दिन कोरोना पॉजीटिव होने का मिला रिपोर्ट, तब तक बिहार के पहले कोरोना पीड़ित सैफ के शव के संपर्क में दर्जनों लोग आ चुके हैं। कोरोना अब बिहार में ताडंव मचाएगा।
— Prabhanshu Ranjan (@Atar_Patar) March 22, 2020
एक-दूसरे से दूरी और समुचित सफाई ही इसका इलाज है, सतर्क रहे। #CoronaUpdatesInIndia #coronainbihar pic.twitter.com/55jLwtuwZl
वहीं सैफ के संपर्क में आने वाली लिस्ट में सबसे अधिक सैफ के परिवार के लोग शामिल है, चाहे फिर वह माँ-बाप, पत्नी-बच्चे हों या फिर वह भाई-बहन हो। इसके बाद आस-पड़ोस के लोग और फिर लिस्ट में कुछ रिश्तेदारों के नाम भी शामिल हैं। वहीं सैफ को गंभीर हाताल में जिन-जिन अस्पतालों में भर्ती किया गया उनसे भी कई नामों को स्वास्थ्य विभाग ने अपनी लिस्ट में शामिल किया है, जिसमें डॉक्टर और नर्स भी शामिल हैं।
दरअसल, कतर से बिहार के मुंगेर लौटे सैफ अली को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। उक्त मरीज पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में किडनी का इलाज करा रहा था। इसके बाद सैफ की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव ने उसके कोरोना इन्फेक्टेड होने की पुष्टि की थी साथ ही युवक की मौत की भी जानकारी दी थी। इसके बाद से ही गाँव के लोगों को जो सैफ के संपर्क में आए थे कोरोना पॉजीटिव पाए जाने का खतरा सता रहा है। आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस प्रकोप के चलते अब तक 10 मौतें हो चुकी हैं साथ ही इससे संक्रमित लोगों की संख्या 471 हो गई है। वहीं मोदी की अपील पर लगाए गए जनता कर्फ्यू से भले दिल्ली नोएडा जैसे शहरों की हवा साफ हो गई है, लेकिन कोरोना का प्रकोप अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा है। यही कारण है कि अब तक देश के कई राज्य अपने यहाँ लॉकडाउन घोषत कर चुके हैं।