मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला मिर्जापुर के थानाक्षेत्र अहरौरा का है। यहाँ पड़ने वाले चुनार वन रेंज मे बेलखरा और मोहाल कुमिया के पास चर्च का निर्माण हुआ था। स्थानीय लोग इसे 8 साल पुराना निर्माण बताते हैं जो कि वन विभाग की जमीन पर हुआ था। निर्माण का आरोप मिर्जापुर के ही विनोद कुमार और रमाकांत पर लग रहा है। बताया जा रहा है कि इस चर्च से शहर से दूर वन क्षेत्रों में रहने वाले जनजातीय लोगों को धर्मान्तरण का लालच दिया जा रहा था।
थाना अहरौरा क्षेत्रान्तर्गत वन विभाग की सरकारी भूमि पर अवैध रुप से निर्मित चर्च को प्रशासन एवं वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा ध्वस्त कराया गया। उक्त कार्यवाही के दौरान मीरजापुर पुलिस द्वारा कानून व्यवस्था बनाए रखने में स्थानीय प्रशासन का सहयोग किया गया।#UPPolice #Mirzapur pic.twitter.com/WQbeB39qxk
— Mirzapur Police (@mirzapurpolice) August 11, 2024
इस चर्च के खिलाफ मिली शिकायतों के बाद कुछ समय पूर्व SDM चुनार की अदालत ने इसे बनाने वालों को नोटिस जारी किया। नोटिस में इन दोनों को सभी संबधित कागजातों के साथ हाजिर होने का आदेश दिया गया था। नोटिस पाने के बावजूद रमाकांत और विनोद मजिस्ट्रेट की कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। तय सीमा के बाद SDM ने एक नई नोटिस देकर रमाकांत और विनोद को सप्ताह भर में अपना अवैध कब्ज़ा खुद से हटाने के निर्देश दिए। रमाकांत और विनोद ने इस नोटिस का भी कोई जवाब नहीं दिया।
मिर्ज़ापुर, उत्तर प्रदेश: एसपी अभिनंदन का कहना है, अवैध चर्च को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया।यह कई वर्षों से धर्मांतरण गतिविधियों में शामिल था, आसपास रहने वाले लोगों को निशाना बना रहा था.#Mirzapur #Church #Demolished #UttarPradesh #Bulldozer #SPAbhinandan pic.twitter.com/lBazzi1zOI
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आख़िरकार रविवार को जिले की राजस्व टीम पुलिस बल और बुलडोजर के साथ चर्च पर पहुँची। यहाँ सभी जरूरी कार्रवाई पूरी करके चर्च को जमींदोज किया गया। इस कार्रवाई में मौजूद मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक IPS अभिनंदन ने बताया कि पिछले कुछ समय से चर्च से अवैध तौर पर धर्मान्तरण की शिकायतें भी आ रहीं थीं। धर्मान्तरण केस में पुलिस ने FIR दर्ज की है जिसकी जाँच जारी है। बकौल पुलिस अधीक्षक अवैध तौर पर धर्मान्तरण व जमीन कब्ज़ाने जैसे असामाजिक व गैर कानूनी कामों में शामिल लोगों की पहचान करवाई जा रही है और उन सभी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। वहीं SDM राजेश वर्मा ने कहा है कि अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में हुए खर्च की भरपाई भी रमाकांत और विनोद कुमार से की जाएगी।