मध्य प्रदेश के खंडवा में साम्प्रदायिक तनाव की खबर है। यहाँ के एक गाँव में जनजातीय और मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग आपस में भिड़ गए। मामूली बातचीत से शुरू हुआ यह विवाद मारपीट का रूप ले लिए। आरोप है कि हमलावरों ने लाठी-डंडों के साथ कुल्हाड़ी और तलवारों का भी प्रयोग किया। आरोपितों के नाम अशफाक, समीर, अरबाज़ और असलम बताए जा रहे हैं। विवाद में दोनों पक्षों के लोग घायल बताए जा रहे हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। घटना शनिवार (25 मार्च 2023) की है।
मामला खंडवा के थाना पंथाना की बोरगाँव चौकी क्षेत्र का है। यहाँ के गाँव टेमीखुर्द में हुए विवाद के बाद घायल जनजातीय पक्ष के युवक राम बहार ने अस्पताल से मामले की जानकारी मीडिया को दी। उसने बताया कि हमलावरों ने पुराने किसी मामले को झगड़े का मुद्दा बनाया था। एक घायल युवक ने बताया कि आज दूसरे पक्ष को समझाया जा रहा था जिसके बाद हमलावरों ने हथियार निकाल लिए और हमला बोल दिया। पीड़ित के मुताबिक उनके पक्ष के लगभग 3 से 4 लोग घायल हुए हैं। हमलवारों ने पीड़ितों के हाथों और सिर पर वार किए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावरों ने लाठी-डंडों के साथ कुल्हाड़ी और तलवारें भी चलाईं। घायलों में सबसे अधिक चोट विशाल गोलकार को लगी बताई जा रही है। उनके सिर पर वार किया गया है। इस मामले की जानकारी पुलिस को मिली तो भारी संख्या में फ़ोर्स गाँव में पहुँची। घायलों को फ़ौरन अस्पताल पहुँचाया गया। मामले की जाँच भी शुरू कर दी गई है। गाँव में फैले तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। फिलहाल हालात पूरी तरह से प्रशासन के नियंत्रण में है।
वहीं मुस्लिम पक्ष ने इस घटना का आरोप जनजातीय पक्ष पर जड़ दिया है। आरोपित किए गए समीर ने बताया कि घटना के दिन गाँव में मुस्लिम समुदाय के लोग तरावीह की नमाज़ पढ़ रहे थे, जिस समय जनजातीय समाज के लोग बाहरी लोगों के साथ नारेबाजी करते हुए नमाजियों की तरफ बढ़े। समीर का आरोप है कि नमाज़ियों और मस्जिद पर पत्थर मारे गए। समीर ने पुलिस पर भी कार्रवाई न करें और उलटे मुस्लिमों को ही प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। समीर का आरोप है कि मुस्लिम समाज के लोग भाईचारा चाहते हैं लेकिन जनजातीय लोग ऐसा नहीं चाहते।