कोरोना वायरस का कहर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जारी है। इसकी रोकथाम के लिए देश-विदेशों में आए दिन तरह-तरह की घोषणाएँ की जा रही हैं। कुछ ऐसा ही भारत में भी कोरोना वायरस को रोकने के लिए किया जा रहा है। बीते दिन भारत सरकार ने विदेशों से आने वाले लोगों को पूरी तरह से बैन कर दिया साथ ही भारतीयों को देश से बाहर न जाने की सलाह दी गई है। इसके बाद भी अब तक पूरे देश में कोरोना वायरस से जुड़े 73 मामले सामने आ चुके हैं। उधर लोकसभा में सरकार ने देशवासियों को आश्वस्त किया है कि वह कोरोना वायरस के कारण विदेशों में फँसे भारतीयों को किसी भी कीमत पर भारत लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सांसद भगवंत मान ने लोकसभा में पंजाब के 30 छात्रों का मुद्दा उठाया जो इटली के हवाई अड्डे पर फँसे हुए हैं। इसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि “मैं आपको बता देना चाहता हूँ। विदेश में केवल 30 छात्र ही नहीं बल्कि अलग-अलग देशों के विभिन्न हिस्सों में बहुत से भारतीय फँसे हुए हैं। हमें उनकी मदद करने और उन्हें वापस लाने का एक तरीका खोजने की जरूरत है।” आगे विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान से 58 भारतीय नागरिकों को मंगलवार को ही वापस लाया गया है और दो सौ से अधिक अन्य लोगों को और लाया जाएगा।
EAM in Lok Sabha: Bhagwant Mann ji raised issue of 30 students of Punjab who are stuck at Italy airport. I would like to tell you that there aren’t only 30 students, there are many more from different parts of the country. I need to find a way of helping them & bringing them back pic.twitter.com/satT299uD3
— ANI (@ANI) March 12, 2020
डॉ. जयशंकर ने कहा कि ईरान के विभिन्न प्रांतों में 6000 से अधिक भारतीय फँसे हैं जिनमें मुख्य रूप से लद्दाख और जम्मू कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेशों तथा महाराष्ट्र के 1100 तीर्थयात्री, जम्मू और कश्मीर के 300 छात्र, केरल, तमिलनाडु और गुजरात सहित देश के विभिन्न हिस्सों के लगभग 1000 मछुआरे और ऐसे लोग शामिल हैं जो अपनी जीविका और धार्मिक अध्ययन के लिए ईरान में रह रहे हैं।
वहीं इस वायरस से संक्रमित होने के कारण चीन में अब तक 3169 लोगों की मौत, जबकि 80,793 लोग संक्रमित हुए हैं। इटली में अब तक 827 लोगों की मौत, जबकि 12462 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। खाड़ी देशों की बात करें तो ईरान में 354 लोगों की मौत, जबकि 9000 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। दक्षिण कोरिया में अब तक 60 लोगों की मौत, जबकि 7755 लोग इससे संक्रमित हैं। अमेरिका में अब तक 38 लोगों की मौत, जबकि 1302 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। यही कारण है कि अमेरिका के न्यूयाॅर्क, वाशिंगटन, कैलिफोर्निया और फ्लोरिडा समेत आठ प्रांतों में कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा कर दी गयी है। एक रिपोर्ट के बाद संक्रमित लोगों की कुल संख्या आधिकारिक रिपोर्टों से काफी अधिक भी होने की संभावना है।
आपको बता दें कि चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से पैर पसारने वाले जानलेवा कोरोना वायरस की चपेट में अब तक विश्व के 114 देश चपेट में आ चुके हैं, जबकि वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या 4,623 हो चुकी है। वहीं 1,25,841 लोग इस वायरस से जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच बुधवार को इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया। पूरे विश्व में कोरोना के संक्रमण से प्रभावित लोगों में से अब तक 50 हजार लोगों को इससे मुक्ति दिलायी गई है। वर्तमान में संक्रमित लोगों की कुल संख्या आधिकारिक रिपोर्टों से काफी अधिक होने की संभावना है। एक महामारी विज्ञानी ने भविष्यवाणी की है कि दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी अंततः प्रभावित हो सकती है।