देश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है। लेकिन इस बीच लगातार आम लोगों और पुलिस के बीच झड़प की खबरें आती रही है।
ताजा मामला गुजरात से है। गुजरात के राजकोट में एक कॉलोनी के निवासियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी। ये लोग अपने इलाके में लगे हुए बैरिकेड हटा रहे थे। जब पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने पुलिस पर ही हमला बोल दिया, इनके ऊपर पथराव करना शुरू कर दिया।
ये घटना शनिवार (मई 16, 2020) रात की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक गुजरात के राजकोट जिले के एक कंटेनमेंट जोन में कुछ लोगों ने पुलिस को निशाना बनाया। ये लोग इलाके में लगे बैरिकेड हटा रहे थे। इस बीच पुलिसकर्मियों ने इन्हें रोकने की कोशिश तो गुस्साए लोगों ने पुलिस पर पत्थर फेंके और उनकी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी।
बता दें कि इस इलाके से बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आए थे। जिसके बाद इसे ‘रेड जोन’ में शामिल किया गया था। रेड जोन के तहत यहाँ बैरिकेडिंग की गई थी। ऐसे में जब आस-पास के लोग इसे हटाने लगे तभी पुलिस और स्थानीय लोगों में झड़प शुरू हो गई।
इस दौरान पुलिस को आँसू गैस के गोले दागने पड़े। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज भी किया। भक्तिनगर थाने के पुलिस इंस्पेक्टर वी के गढ़वी ने बताया कि यहाँ के लोग गुस्साए हुए थे कि बैरिकेडिंग नहीं हटाई जा रही जबकि कुछ दूसरे कंटेनमेंट जोन से बैरिकेड खोल दिए गए थे।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी तक 68 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है। कानून और सुरक्षा-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। पुलिस ने बताया कि सभी 68 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, धारा 148, धारा 149, धारा 332 और 353 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि पुलिस के ऊपर हमले की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई जगहों पर पुलिस पर हमला किया गया है। पिछले दिनों कानपुर देहात के रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र में लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस पर कुछ युवकों ने डंडे और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। जिसमें दो महिला कांस्टेबल, 3 दरोगा समेत 7 लोग घायल हो गए।
इससे पहले गुजरात के ही गोधरा में कंटेनमेंट जोन सील करने पहुॅंची पुलिस पर पथराव किया गया था। वहीं असम की एक मस्जिद में पुलिस ने जब लोगों को सामूहिक रूप से नमाज अदा करने से रोका तो उन्होंने हमला कर दिया। हमले में पॉंच पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि गोधरा में एक अधिकारी के घायल हो गए थे।