झारखंड का साहिबगंज जिला कई कारणों से विवाद में बना हुआ है। इसी जिले की बरहेट क्षेत्र से हेमंत सोरेन विधायक हैं, जो राज्य के मुख्यमंत्री भी हैं। हाल ही में पुलिस हिरासत में भाजपा कार्यकर्ता देबू तुरी की मौत का मामला गरमाया हुआ है। वहीं अब राजमहल थाना क्षेत्र के फुलबड़िया गाँव स्थित कालीबाड़ी दुर्गा मंदिर में गोमांस का टुकड़ा फेंके जाने की खबर आई है। इस सम्बन्ध में ‘विश्व हिन्दू परिषद (VHP)’ ने थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।
ये घटना सोमवार (28 फरवरी, 2022) की है। फुलबड़िया गाँव लखीपुर पंचायत के अंतर्गत आता है। विहिप के विभाग मंत्री कालीचरण मंडल ने इस सम्बन्ध में ऑपइंडिया से बात करते हुए बताया कि यहाँ हिन्दू अल्पसंख्यक हैं और मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या बहुलता में है। उन्होंने बताया कि कालीबाड़ी दुर्गा मंदिर के भीतर सुबह में गोमांस का टुकड़ा फेंका गया है। उन्होंने जानकारी दी कि सुबह फूल तोड़ने पहुँची एक महिला ने जब गोमांस का टुकड़ा फेंका हुआ देखा तो वो चिल्लाने लगीं।
इसके बाद अरशद अली नाम के एक व्यक्ति ने आकर उस मांस के टुकड़े को फेंक दिया। हालाँकि, पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है कि वो गोमांस था। राजमहल के थाना प्रभारी प्रणीत पटेल ने कहा कि चूँकि पुलिस के पहुँचने तक वहाँ कुछ नहीं मिला था, इसीलिए वो इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते कि वो गोमांस ही था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने त्वरित फुर्ती दिखाते 10 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुँचने का काम किया। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस मामले में FIR दर्ज की जाएगी।
थाना प्रभारी ने इस मामले में गिरफ़्तारी का आश्वासन भी दिया। वहीं ग्रामीणों का पूछना है कि आखिर अरशद अली ने उस गोमांस के टुकड़े को वहाँ से उठा कर क्यों फेंका? गाँव वालों का सवाल है कि क्या इसे सबूत मिटाना नहीं माना जाएगा? स्थानीय हिन्दू कार्यकर्ताओं का कहना है कि झारखंड पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों की पहचान की बात कही है, लेकिन अभी खुलासा नहीं किया गया है। कालीचरण मंडल ने बताया कि उन्होंने DSP अरविंद सिंह को तुरंत इसकी सूचना दी।
हालाँकि, विहिप के विभाग मंत्री ने ये भी बताया कि मौजूदा DSP ऐसे मामलों को लेकर सख्त रहे हैं और त्वरित कार्रवाई करते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार एक विहिप कार्यकर्ता की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी, तब उन्होंने तुरंत गिरफ्तारियाँ की थीं। सुबह इस मामले के सामने आने के बाद स्थानीय थाना पभारी और SDO भी मौके पर मौजूद थे। किसी दंगे-फसाद की स्थिति को रोकने के लिए अगल-बगल के थानों की पुलिस भी लगाई गई थी। ग्रामीणों में अब भी तनाव का माहौल है।
साहिबगंज, पाकुड़ और गोड्डा जिलों में विहिप के प्रमुख कालीचरण मंडल ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया, “गाँव में मुस्लिमों की जनसंख्या अधिक होने के कारण मंदिर में शंख बजाना भी मना था। यहाँ तक कि मस्जिदों के सामने शवयात्रा गुजरने के दौरान हिन्दू ‘राम नाम सत्य है’ भी नहीं बोल सकते। गाँव में कई मस्जिदें हैं। झारखंड में भाजपा की सरकार नहीं है, जो हिन्दू हितों का ख्याल रखती है। प्रशासन का कहना है कि आरोपित घर पर नहीं मिले। अगर 48 घंटों के भीतर गिरफ़्तारी यहीं होती है तो हमलोग चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे।”
विश्व हिन्दू परिषद ने चेताया है कि मंगलवार (1 मार्च, 2022) को महाशिवरात्रि का त्योहार है, ऐसे में पुलिस-प्रशासन कार्रवाई नहीं की तो संगठन अपने स्तर से इस मामले में विरोध प्रदर्शन करेगा। विहिप नेता ने बताया कि प्रशासन ने उन्हें हिन्दुओं को समझाने का निवेदन किया, ताकि कोई दंगा-फसाद न हो। उन्होंने बताया कि फ़िलहाल हिन्दुओं को समझा दिया गया है, लेकिन पुलिस को असामाजिक तत्वों को खोज कर निकालना होगा। उन्होंने बताया कि गाँव वाले डरे हुए हैं और इसीलिए कुछ बोलने से बच रहे हैं।
वहीं इस सम्बन्ध में ऑपइंडिया से बात करते हुए स्थानीय SDO रौशन कुमार साह ने कहा कि पुलिस ने बरामदगी नहीं की है, इसीलिए वो नहीं बता पाएँगे कि मंदिर में फेंकी गई चीज गोमांस ही थी या नहीं। उन्होंने नियमानुसार कार्रवाई की बात कही। वहीं हमसे बात करते हुए थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस ने अब तक कोई FIR दर्ज नहीं की है, लेकिन जल्द ही इसे दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और दोनों समुदायों को समझाया-बुझाया गया है।
मौके पर इन दोनों के अलावा पुलिस इंस्पेक्टर राजीव रंजन, तीनपहाड़ थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश, बरहड़वा पुलिस इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार, कोटालपोखर थाना प्रभारी शिवकुमार सिंह और राधानगर के थाना प्रभारी कुंदन कांत मौजूद थे। पुलिस-प्रशासन ने ग्रामीणों और विहिप कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की। मंदिर की साफ़-सफाई करवाई गई। VHP ने अनुमंडल अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कहा है कि हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द बिगाड़ने और दंगा करवा कर भय का माहौल बनाने के लिए ये निंदनीय कृत्य को अंजाम दिया गया है।
विहिप ने आशंका जताई है कि हिन्दू समुदाय को यहाँ से भगाने के लिए ये किया गया है। संगठन के नेताओं ने कहा कि पहले से ही यहाँ से हिन्दुओं को पलायन के लिए मजबूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कार्रवाई न होने की सूरत में आंदोलन की चेतावनी दी गई है। वहीं थाना प्रभारी को सौंपी गई शिकायत में कहा गया है कि निर्दोष लोगों के कत्लेआम की साजिश के तहत प्राचीन दुर्गा मंदिर में मूर्ति के सामने गोमांस फेंका गया। विहिप ने आरोप लगाया कि इस घटना को संगठित तरीके से अंजाम दिया गया है और इसमें कई लोग शामिल हैं।