Tauktae तूफान आखिरकार गुजर गया है, लेकिन अपने पीछे यह तबाही का मंजर छोड़ गया। तूफान में फंसकर अरब सागर में डूबे चलते जहाज पी-305 बार्ज पर मौजूद 273 लोगों में से अब तक 188 लोगों को भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने बचा लिया है, 37 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
नौसेना के एक अधिकारी के मुताबिक, यह छोटा जहाज था जो मुंबई से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर खड़ा था, चक्रवात में फंसने के बाद यह डूब गया था। इस बीच इंडियन नेवी ने जानकारी दी है कि युद्धपोत आईएनएस कोच्चि पी-305 से बचाए गए 186 लोगों में से 125 लोगों को लेकर बुधवार (19 मई 2021) सुबह मुंबई पहुँचा। उसके साथ 22 लोगो के शवों को भी साथ लाया गया।
#CycloneTauktae #Update #SAR P305
— SpokespersonNavy (@indiannavy) May 20, 2021
188 survivors & 37 Brave #NatureVictims #BNVs recovered so far. #INSKolkata disembarking survivors/BNVs at Mumbai. #INSKochi rejoins SAR efforts#IndianNavy ships & aircraft continue to search for the missing crew members. CG units join effort. pic.twitter.com/tnXVmJcg5i
नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, आईएनएस तेग, आईएनएस बेतवा, आईएनएस ब्यास, पी8I विमान और हेलीकॉप्टरों की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हालाँकि, समय बीतने के साथ ही लोगों के बचने की उम्मीदें भी कम होती जा रही हैं। दूसरी ओर नौसेना और कोस्ट गार्ड की टीम ने गाल कंस्ट्रक्टर में फंसे 137 लोगों को मंगलवार ( 18 मई 2021) को सुरक्षित बचा लिया था।
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि बार्ज एसएस-3 पर मौजूद 196 लोग और ऑयल रिग (तेल का कुँआ) सागर भूषण पर मौजूद 101 लोग सुरक्षित हैं। सभी को तट तक लाया जा रहा है। इंडियन नेवी के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव ने इस बचाव अभियान को बीते 4 दशक का सबसे कठिन अभियान बताया है।
पी-305 से रेस्क्यू किए गए लोगों ने बताया है कि इस बार्ज की हालत पहले से ही खराब थी। बीते 8 मई, 2021 को ही कुछ दूसरे बार्ज की नावों से यहाँ से बाहर चले गए थे। तूफान (Tauktae) शुरू होने से पहले यह ऑयल रिग के पास खड़ा था, लेकिन तूफान के कारण इसका लंगर छूट गया, जिससे यह बहने लगा। माना जा रहा है कि लाइफ जैकेट पहने होने के कारण लोग लहरों के साथ दूर बह गए होंगे।
रेस्क्यू किए गए लोगों की आपबीती
नौसेना द्वारा रेस्क्यू किए गए एक व्यक्ति ने बताया कि वो रातभर पानी में तैरता रहा, उसे ये भी नहीं पता कि नौसेना ने उसे कब रेस्क्यू किया। पता ही नहीं चला। वहीं कोल्हापुर, महाराष्ट्र के रहने वाले मनोज गीते ने बताया कि वह केवल इस उम्मीद में 7-8 घंटे तक तैरते रहे कि कोई तो उन्हें बचाएगा और आखिरकार इंडियन नेवी ने उन्हें बचा लिया। पी-305 से जिन लोगों ने समुद्र छलाँग लगाई थी वो बचाए जाने से पहले करीब 17-18 घंटे तक समुद्र में ही तैरते रहे।
रेस्क्यू किए गए लोगों में से एक व्यक्ति ने बताया कि 12 लोगों का एक ग्रुप एक साथ समुद्र में कूदा था, जिसमें से 10 को बचा लिया गया है, लेकिन 2 लोग अभी भी लापता हैं।