उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 3 दिन की भीषण हिंसा के बाद कल (फरवरी 25,2020) देर रात एनएसए अजित डोवाल ने मोर्चा सँभाला। उन्होंने देर रात हिंसा प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। पुलिस के आला अधिकारियों से बात की। गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली की स्थिति को देखते हुए 24 घंटे के भीतर तीसरी बैठक रात में बुलाई और हिंसा रोकने के लिए अहम फैसले लिए। हाई कोर्ट ने हिंसा में घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने के लिए देर रात एक अपील पर सुनवाई की। पुलिस को आदेश दिया कि सुरक्षा के बीच घायलों को जीटीबी या किसी अन्य बड़े हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाए।
Delhi: Latest visuals from Jafrabad metro station. The protesters left the metro station last night. #NortheastDelhi https://t.co/VA0MyUsiJd pic.twitter.com/YjbRDjsMLY
— ANI (@ANI) February 26, 2020
गौरतलब है कि भारी तनाव के बीच कल रात भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल ने सीलमपुर में स्थिति का जायजा लिया और पुलिस के कई आला अफसरों के साथ बैठक की। डोवाल रात करीब साढ़े 11 बजे सीलमपुर डीसीपी ऑफिस पहुँचे और साढ़े 12 बजे तक बैठक के बाद करीब 8 किलोमीटर का सफर करते हुए तनावपूर्ण इलाकों में गए। उन्होंने भजनपुरा, यमुना विहार और मौजपुर समेत कई इलाकों का जायजा लिया। उनके साथ इस दौरान पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक भी मौजूद रहे।
Delhi Metro Rail Corporation: Entry and exit gates at all stations have been opened. Normal services have resumed at all stations. pic.twitter.com/tWVzgdiyhe
— ANI (@ANI) February 26, 2020
गृह मंत्री अमित शाह भी इस हिंसा को जल्द से जल्द रोकने के लिए एक्शन में आ गए। दिल्ली के बिगड़ी स्थिति को देखते हुए अमित शाह ने 24 घंटे के भीतर कल रात एक बार फिर तीसरी बैठक की। उन्होंने स्थिति को देखते हुए अपना त्रिवेंद्रम दौरे को भी रद्द कर दिया। साथ ही सीआरपीएफ के डीजी ट्रेनिंग IPS एसएन श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) के रूप में नियुक्त किया। एसएन श्रीवास्तव को घाटी में हिज्बुल के सफाए के लिए जाना जाता है।
National Security Advisor (NSA) Ajit Doval reaches office of Deputy Commissioner of Police North-East in Seelampur after reviewing security situation in North-East Delhi. #DelhiViolence https://t.co/wD2T3AEbSv pic.twitter.com/s9PFBABsiJ
— ANI (@ANI) February 25, 2020
हिंसा के बाद दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्याप्त पुलिस बल, सीएपीएफ और वरिष्ठ अधिकारी उत्तर पूर्वी दिल्ली में तैनात हैं। कुछ इलाकों में धारा 144 लागू है। राष्ट्रीय राजधानी में होने के कारण दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। दंगाइयों को गोली मारने के आदेश हैं।
इस हिंसा में अब तक 17 लोगों की मौत होने की खबर हैं, जबकि 250 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है, घायल लोगों में 56 से अधिक पुलिस के जवान हैं। इसके अतिरिक्त बाबरपुर, मौजपुर, जाफराबाद, करावल नगर इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। क्षतिग्रस्त इलाकों में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। हिंसा को रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों की मदद और शांति बहाली के लिए स्थानीय शांति समितियों की मदद ली जा रही है। जाफराबाद में सीएए के विरोध प्रदर्शनस्थल को खाली करवा दिया गया है। सभी मेट्रो की सेवाएँ शुरू हो गई हैं।
Guru Teg Bahadur (GTB) Hospital official: Today four persons were brought dead. Death toll rises to 17. #DelhiViolence pic.twitter.com/TJTmYuAD89
— ANI (@ANI) February 26, 2020
हिंसा प्रभावित इलाकों में गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान भी तैनात किए हैं। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के भी जवान हर घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।