दिल्ली में मृतप्राय यमुना में बाढ़ आने के बाद राजधानी के कई इलाके पानी में डूब गए हैं। रिंग रोड से लेकर लाल किला परिसर तक में पानी भर गया है। मकान-दुकान से लेकर स्कूल, अस्पताल तक में पानी भरने से लोग परेशान हैं। निगमबोध घाट पर पानी भर जाने के कारण शवों का दाह-संस्कार तक रोक दिया गया है। इस हालात में अब दिल्ली में पेयजल का संकट बढ़ता नजर आ रहा है।
#WATCH | Flood water reaches the Red Fort in Delhi. Drone visuals show the extent of the situation there. pic.twitter.com/q2g4M7yDMP
— ANI (@ANI) July 13, 2023
यमुना में बाढ़ का पानी खतरे के निशान से 4 मीटर ऊपर तक बढ़ गया है। गीता कॉलोनी और अक्षरधाम की तरफ भी बाढ़ का पानी पहुँच चुका है। दिल्ली के बाढ़ प्रभावित विभिन्न इलाकों में फँसे लोगों को आपदा प्रबंधन बल (NDRF) निकालने का प्रयास कर रही है। NDRF बाढ़ प्रभावित विभिन्न इलाकों में नाव चला रही है।
सामने आई वीडियो में दिख रहा है कि यमुना का पानी सड़कों पर बेहद तेज गति से प्रवाहित हो रही है और इसकी धारा में खड़े होना लोगों के मुश्किल होता नजर आ रहा है। यमुना से सटे इलाके- खासकर कश्मीरी गेट, ITO, सिविल लाइंस में बाढ़ का पानी 5 फीट तक भर गया है। बाढ़ को देखते हुए कुछ इलाकों में धारा 144 लागू किया गया है।
#Watch | NDTV Ground Report: Red Fort Wall Or A Bridge Over A River? It's Difficult To Tell@Priyanshi50 reports pic.twitter.com/c0GvWJ7Ea4
— NDTV (@ndtv) July 13, 2023
दिल्ली के सबसे पॉश इलाकों में से एक सिविल लाइंस में यमुना नदी का पानी भर गया है। यह इलाका दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल के आवास से कुछ ही दूरी पर है। यहाँ के घरों में कमर तक पानी भर चुका है। जान बचाने के लिए लोग घरों की ऊपरी मंजिल पर चले गए हैं।
बाढ़ के पानी से मेट्रो भी प्रभावित दिख रही है। यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन की तरफ जाने वाले रास्ते पर 5 फीट तक पानी भर गया है। यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट को बंद कर दिया गया है। घोषणा कर यात्रियों को बताया जा रहा है कि वो अक्षरधाम या लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन पर उतरें।
DMRC ने कहा कि यमुना नदी से गुजरने वाले चार पुलों शास्त्री पार्क-कश्मीरी गेट, यमुना बैंक-इंद्रप्रस्थ, मयूर विहार-सराय काले खाँ, बॉटेनिकल गार्डन-जामिया मिलिया पर मेट्रो ट्रेन की स्पीड घटा दी गई है। इन पुलों पर 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मेट्रो चलेगी।
कहा जा रहा है कि लगातार बारिश की वजह से दिल्ली का ये हाल हुआ है। उधर, हथिनीकुंड बैराज से एक लाख क्यूसेक ज्यादा पानी छोड़ा गया है। इसका असर भी दिख रहा है। राजधानी दिल्ली में 1978 के बाद पहली बार यमुना का जलस्तर इतना बढ़ा है। साल 1978 में दिल्ली में आए बाढ़ से भारी तबाही मची थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी प्रभावित इलाकों के लोगों से घर खाली करने की अपील की है। दिल्ली में लोगों ने शिविरों और फ्लाई ओवर के नीचे आसरा लिया है। वहीं, प्रभावित लोगों को शिविरों में स्थानांतरित किया जा रहा है।
बताते चलें कि गुरुवार (13 जुलाई 2023) की दोपहर एक बजे तक जल स्तर अब तक के उच्चतम स्तर 208.62 पर पहुँच गया था। उसके बाद से जल स्तर स्थिर बना हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि दोपहर 2 बजे, 3 बजे और शाम 4 बजे जलस्तर 208.62 मीटर दर्ज किया गया है। हालाँकि, 7:30 बजे यह स्तर 208.66 मीटर तक पहुँच गया।
यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से आज कई वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करने पड़े हैं। यमुना किनारे बने वज़ीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का आज मैंने खुद दौरा किया। जैसे ही स्थिति यहाँ सामान्य होगी हम इसे जल्द शुरू करेंगे। pic.twitter.com/x1OSudFNBN
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 13, 2023
इन सबके बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यमुना में बढ़ते जल स्तर की वजह से वज़ीराबाद, चन्द्रावल और ओखला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद किया गया है। इस वजह से दिल्ली के कुछ इलाकों में 1-2 दिनों तक पेयजल की परेशानी हो सकती है। जैसे ही यमुना का पानी कम होगा, इन्हें जल्द-से-जल्द चालू करने की कोशिश की जाएगी।
सीएम केजरीवाल ने कहा, “यमुना में इस लेवल पर पानी पहुँचेगा, ऐसा कभी नही सोचा था। हमारे तीन वॉटर प्लांट बंद हो गए हैं, क्योंकि पंप के अंदर मशीनों में पानी घुस गया है। पानी कम होने पर मशीनों को सुखाया जाएगा। बिजली से चलाने पर करंट आ सकता है। इसकी वजह से दिल्ली में 25 प्रतिशत पानी की सप्लाई कम हो जाएगी। दिल्ली में 1-2 दिन पानी की काफी किल्लत रह सकती है।”