Friday, November 15, 2024
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राजेश बनकर हड़पा हिन्दू महिला का फ्लैट, बुलंदशहर ले जाकर गोली मारी: 10 महीने बाद दिल्ली पुलिस ने शाकिर और फैज को पकड़ा, दोनों चोरी की स्कूटी पर घूम रहे थे

पुलिस पूछताछ में शाकिर ने खुद को चार्ल्स शोभराज से प्रभावित बताया। वह अन्य कई हिन्दू महिलाओं से भी सम्पर्क में भी बताया जा रहा है। इसके लिए उसने फर्जी पहचान पत्र बनवा रखे हैं। शाकिर की एक वकील से भी मिलीभगत बताई जा रही है जिसने उसके फर्जी कागजात बनवाने में मदद की थी।

दिल्ली पुलिस ने नाम बदल कर हिन्दू महिला से नजदीकी बढ़ाने और बाद में उसकी हत्या करने के आरोप में शाकिर अली नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मृतका का नाम सुशीलावती था जिनकी हत्या मार्च 2022 में हुई थी। शव को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में फेंक दिया गया था। इस हत्या में फैज़ नाम का एक अन्य आरोपित भी शामिल बताया जा रहा है। कत्ल की वजह आरोपित द्वारा सुशीलावती का फ़्लैट कब्ज़ा करना था। शाकिर ने खुद को नेपाल के ‘चार्ल्स शोभराज’ से प्रभावित बताया है। पूछताछ में शाकिर ने पुलिस को हिन्दू नाम राजेश रख कर कई अन्य फर्जीवाड़े करने की भी जानकारी दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला पूर्वी दिल्ली के जीटीबी एन्क्लेव का है। यहाँ सुशीलवाती का फ़्लैट है। वह अपने पति विनोद कुमार से अलग दिल्ली के दयालपुर में रहती थीं। सुशीला का जहाँगीरपुरी और भलस्वा इलाके में भी मकान है। शाकिर ने खुद को राजेश बता कर इस फ़्लैट को किराए पर लिया था। दिव्यांग शाकिर यहाँ अपनी माँ, 2 बेटियों और 1 बेटे के साथ रह रहा था। कुछ ही दिनों में राजेश बने शाकिर ने सुशीलवती को विश्वास में ले लिया। शाकिर सुशीला की सारी सम्पत्ति हड़पना चाहता था।

बातचीत के ही दौरान शाकिर ने सुशीलवती को उनका फ़्लैट 25 लाख रुपए में खरीदने का ऑफर दिया। बाद में शाकिर ने सुशीलावती को महज डेढ़ लाख रुपए दे कर उनके फ़्लैट पर कब्ज़ा कर लिया। शाकिर के इस धोखे से सुशीलवती मकान मालकिन होने के बावजूद किराए पर रहने के लिए मजबूर हो गईं। हालाँकि उन्होंने अपना घर वापस पाने की कोशिशें जारी रखीं। इसी के चलते शाकिर ने सुशीलवती की हत्या करने का मन बना लिया। इसी साजिश को अंजाम देने के लिए शाकिर फ़्लैट का बकाया पैसा देने के बहाने 3 मार्च 2022 को सुशीलावती को बुलंदशहर ले गया। रास्ते में शाकिर ने साजिश में शामिल अपने साथी फैज़ को भी बिठा लिया। दोनों ने सुशीला को रास्ते में नशीला पदार्थ दे दिया।

बताया जा रहा है कि सुशीला को नशा देकर दोनों आरोपित बुलंदशहर के चोला क्षेत्र में गए। यहाँ एक खेत के पास शाकिर ने महिला को गोली मार दी और शव खेत में छोड़ कर चले गए। बाद में 12 मार्च 2022 को लावारिस शव के आधार पर चोला थानाक्षेत्र में हत्या की FIR दर्ज हुई थी। वहीं शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस द्वारा लाश का अंतिम संस्कार लावारिस में करवा दिया गया। इधर सुशीलवती के भाई चेतन ने अपनी बहन के न मिलने पर 12 मार्च 2022 को दयालपुर थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। पुलिस इस मामले की जाँच कर रही थी।

इस बीच उत्तरी दिल्ली की पुलिस स्कूटी चोरी के एक अन्य मामले की जाँच कर रही थी। जाँच के दौरान पुलिस शाकिर तक पहुँच गई। शाकिर जिस स्कूटी से चलता था वह चोरी की थी। 16 जनवरी 2023 को दिल्ली पुलिस ने यमुना नगर के खजूरी इलाके से चोरी की स्कूटी से घूम रहे शाकिर और फैज़ को गिरफ्तार कर लिया। जब दोनों से पूछताछ की गई तब उन्होंने सुशीलवती की हत्या का भी राज खोल दिया।

मूल रूप से गाजियाबाद के DLF कॉलोनी का रहने वाला शाकिर पहले से दिल्ली के लक्ष्मी नगर थाने में हुए एक अपराध में शामिल बताया जा रहा है। शाकिर के पास एक कार भी बताई जा रही है जो फर्जी कागजातों से खरीदी गई है। वहीं दूसरा आरोपित फैज़ उत्तर प्रदेश के बिजनौर का रहने वाला बताया जा रहा है।

पुलिस पूछताछ में शाकिर ने खुद को चार्ल्स शोभराज से प्रभावित बताया। वह अन्य कई हिन्दू महिलाओं से भी सम्पर्क में भी बताया जा रहा है। इसके लिए उसने फर्जी पहचान पत्र बनवा रखे हैं। शाकिर की एक वकील से भी मिलीभगत बताई जा रही है जिसने उसके फर्जी कागजात बनवाने में मदद की थी। शाकिर एक वेश्या के भी सम्पर्क में बताया जा रहा है। आरोपितों के पास पिस्टल और कारतूस बरामद हुआ है। पुलिस इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं शाकिर ने कुछ अन्य महिलाओं को भी इसी तरह से अपना शिकार नहीं बनाया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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