दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने शुक्रवार (12 मई 2023) को पहलवानों द्वारा दर्ज कराए गए यौन शोषण के मामले में भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बयान दर्ज किया। दिल्ली पुलिस ने बताया कि बृजभूषण सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है।
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के अलावा, कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर के भी बयान दर्ज किए गए। इस मामले में विनोद तोमर भी आरोपित हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा भाजपा सांसद के खिलाफ दर्ज दो मामलों में दो बार बयान दर्ज किए हैं। अभी और भी बयान दर्ज किए जा सकते हैं। वहीं, पुलिस ने उनसे कुछ दस्तावेज भी माँगे गए हैं।
On the complaint of the wrestlers, the statement of WFI president Brij Bhushan Sharan Singh was recorded and some documents were demanded. Brij Bhushan denied the allegations levelled against him. SIT has been formed with six police teams including four women police officers. A…
— ANI (@ANI) May 12, 2023
इस मामले में दिल्ली पुलिस के साथ ही SIT भी बृजभूषण शरण सिंह से पूछताछ करेगी। मामले की जाँच के लिए 6 पुलिसकर्मियों की एक विशेष जाँच दल (SIT) का गठन किया गया है, जिसमें 4 महिला पुलिसकर्मी हैं। इसके अलावा, महिला DCP की देखरेख में 10 पुलिसकर्मियों की भी एक टीम बनाई गई है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि पहलवानों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की टीमें उत्तर प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक और हरियाणा गई थी और वहाँ जाकर साक्ष्य जुटा चुकी हैं। दिल्ली पुलिस ने आगे कहा कि देश के बाहर जहाँ भी आरोप लगाए गए हैं, दिल्ली पुलिस उसकी जाँच के लिए संबंधित एजेंसियों के संपर्क में है।
On the complaint of the wrestlers, the Delhi Police teams had gone to Uttar Pradesh, Jharkhand, Karnataka and Haryana and have collected evidence on the wrestler's complaint. Delhi Police is in touch with the concerned agencies even where allegations have been levelled outside…
— ANI (@ANI) May 12, 2023
उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी सफाई मे कुछ वीडियो साक्ष्य और मोबाइल डाटा दिल्ली पुलिस को सौंपने की बात कही है। वो जल्द ही इसे दिल्ली पुलिस के सामने प्रस्तुत करेंगे।
इससे पहले गुरुवार (11 मई 2023) को एक नाबालिग महिला पहलवान ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया। उधर, दिल्ली के जंतर मंतर पर 23 अप्रैल 2023 से धरना दे रहे पहलवानों ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले में धीमी गति से कार्रवाई कर रही है।
धरना देने वाली एक पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि आरोप लगाने वाली सभी 7 महिला पहलवानों के साथ-साथ बृजभूषण शरण सिंह का नार्को टेस्ट कराया जाना चाहिए और जो भी गलत हो उसे तुरंत फाँसी पर लटका दिया जाए।
इस बीच पहलवानों ने सरकार पर एक बार फिर आरोप लगाया है। बजरंग पुनिया ने कहा कि धरना देने वाले पहलवानों का नंबर ट्रैक किया जा रहा है। पुनिया ने कहा, उन्होंने कहा, “आजकल हमारे फोन नंबर की जासूसी की जा रही हैं। हमारे साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है, जैसे की हमने कोई अपराध किया है। जो भी हमारे संपर्क में है, उसी जासूसी की जा रही है।”
बताते चलें कि पहलवानों ने इस साल जनवरी में धरना दिया था, तब उन्होंने यौन शोषण का आरोप लगाकर जाँच की माँग की थी। तब उन्होंने पुलिस में FIR दर्ज नहीं कराई थी। जाँच के बाद कमिटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी। उसके बाद 23 अप्रैल से पहलवान फिर से जंतर मंतर पर धरने पर बैठ गए।
पहले उन्होंने कहा कि यौन शोषण को लेकर दिल्ली पुलिस उनकी रिपोर्ट नहीं लिख रही है। इसके बाद वे सुप्रीम कोर्ट गए और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो FIR दर्ज की गई। इसके बाद पहलवानों ने अपनी माँग को आगे बढ़ाते हुए का कि WFI चीफ अध्यक्ष पद के साथ-साथ सांसद की सदस्यता छोड़ें।
हालाँकि, बृजभूषण शरण सिंह ने इससे साफ इनकार कर दिया और कहा कि सांसदी इन पहलवानों की दी हुई नहीं है, जो उनके कहने पर वे छोड़ देंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि जब उन पर मामला दर्ज हो ही गया तो वे एक आरोपित के रूप में अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे।
इसके बाद पहलवान उनकी तुरंत गिरफ्तारी की माँग पर अड़े हुए हैं और जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हुए हैं। उन्होंने जाट समुदाय के खापों से भी समर्थन माँगा था। इसके बदले में वहाँ खाप नेता और किसान नेता भी आए। इस दौरान ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ और ‘हमें चाहिए आजादी’ जैसे आपत्तिजनक नारे लगाए गए।