दिल्ली के सीरियल किलर रवींद्र कुमार (Ravinder Kumar) को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। रोहिणी कोर्ट (Rohini Court in in Delhi) ने उसे गुरुवार (25 मई 2023) को 6 साल की बच्ची के अपहरण, रेप और हत्या के मामले में सजा सुनाई। 32 साल के रवींद्र को 2015 में गिरफ्तार किया गया था।
वह 2008 से 2015 के बीच उसने 30 से अधिक बच्चों को अपना शिकार बनाया था। यौन शोषण के बाद वह बच्चों की हत्या कर देता था। हालाँकि उसके खिलाफ केवल तीन मामलों की ही सुनवाई हो पाई है। जिस मामले में उसे उम्रकैद हुई है उसमें उसे 6 मई 2023 को अदालत ने दोषी करार दिया था। दिल्ली पुलिस ने उसे अधिकतम सजा देने की माँग की थी।
Delhi's Rohini Court awards life sentence to Ravinder Kumar. He was convicted of kidnapping, sexual assault and murder of a 6-year-old girl.
— ANI (@ANI) May 25, 2023
He was allegedly involved in the kidnapping and murder of 30 children between 2008 to 2015. Trials of only three cases were conducted.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रवींद्र 6 से 12 साल तक के बच्चों की तलाश करता था। एक बार उसने 2 साल के बच्चे को भी अपना शिकार बनाया था। वह उत्तर प्रदेश के कासगंज का रहने वाला है। साल 2008 में काम की तलाश में दिल्ली आया था। उसके पिता प्लंबर का काम करते और माँ दूसरों के घरों में जाकर काम करती थी। मजदूरी करते हुए रवींद्र को नशे की लत गई और वह ड्रग्स लेने लगा। ड्रग्स न मिलने पर शराब के नशे में चूर हो जाता था। इसी दौरान एक बार उसने एक पॉर्न फिल्म देखी। इसके बाद उसके अंदर का हैवान जाग गया। वह घर से निकला और एक बच्चे का रेप कर उसकी हत्या कर दी।
यह उसका पहला अपराध था। लेकिन इसके बाद जब वह पकड़ा नहीं गया, तब उसकी हिम्मत बढ़ गई। मजदूरी करने के बाद घर वापस आते ही नशा करना, पॉर्न फिल्म देखना और फिर अँधेरा होते ही बच्चों की तलाश करना उसकी आदत बन गई। अपनी हवस को बुझाने के लिए वह बच्चों को चॉकलेट तो कभी कुछ पैसों का लालच देता। इसके बाद रेप कर उनकी हत्या कर देता। साल 2014 में एक 7 साल के बच्चे का यौन शोषण कर उसकी हत्या करने की कोशिश में भी रवींद्र पुलिस के हत्थे भी चढ़ा था। लेकिन बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया। इसके बाद साल 2015 में उसे दिल्ली के बेगमपुर इलाके में एक 6 साल की लड़की का रेप और हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली के एडिशनल कमिश्नर और तत्कालीन DCP विक्रमजीत सिंह ने बताया था कि पूछताछ के दौरान रवींद्र की बातों ने पुलिस टीम को भी हैरान कर दिया था। उसे हवस का शिकार बने लगभग सभी बच्चे याद थे। इस केस की जाँच टीम का हिस्सा रह चुके रिटायर्ड ACP जगमिंदर सिंह दाहिया का कहना था कि रवींद्र बच्चों की हत्या करने के बाद उनके शव का भी रेप करता था। कई बार तो जब लड़कियाँ या बच्चे उसके कंट्रोल में नहीं होते थे तो वह रेप से पहले ही उन्हें मार देता, फिर रेप करता।
रवींद्र कुमार ने अपने रिश्तेदारों के बच्चों को भी शिकार बनाया था। उसने अपनी मौसी के एक रिश्तेदार के दो बच्चों को निशाना बनाने की बात भी कबूली थी। यही नहीं, उसने पुलिस को 15 ऐसी जगहें दिखाई हैं जहाँ उसने अपहरण, रेप और हत्या की वारदातों को अंजाम दिया था।