पूर्व बसपा एमएलसी हाजी मोहम्मद इकबाल उर्फ बालला के मकान पर लखनऊ से सहारनपुर पहुँची प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने आज छापा मारा है। मीडिया को इस पूरी कार्यवाही से दूर ही रखा गया है। घर के बाहर भारी पुलिस पुलिस बल तैनात की गई, ताकि कोई अव्यवस्था न फैले। सुबह से ही ईडी के अधिकारी आवास के अंदर जाँच पड़ताल कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईडी सुबह करीब 11 बजे हाजी इकबाल के मिर्जापुर पोल स्थित घर पहुँची थी। जब ईडी ने बसपा नेता के दरवाजे पर दस्तक दी तो न ही अंदर से किसी ने कोई आवाज दी न ही दरवाजा खोला। जिसके बाद मजबूरन अधिकारियों को दरवाजा तोड़ कर घर के अंदर घुसना पड़ा। वहीं जब उन्होंने उनसे घर की अलमारियों की तलाशी करने के लिए चाबी माँगी तो वह भी उन्हें नहीं सौंपी गई। जिसके बाद मिस्त्री को ताला खुलवाने के लिए बुलवाया गया। जाँच के वक्त स्थानीय पुलिस भी ईडी की टीम के साथ में रही।
बता दें एनजीटी ने हाल ही में हाजी इकबाल के भाई व बसपा एमएलसी महमूद अली और अमित जैन के खिलाफ 50-50 करोड़ का जुर्माना लगाया था। इन पर अवैध खनन करके पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने के आरोप है। एनजीटी कोर्ट ने 6 अक्टूबर तक जुर्माने की राशि की वसूली की आरसी जारी की थी। बताया जा रहा है कि टीम उनके बयान दर्ज कर लखनऊ के लिए रवाना हो जाएगी।
गौरतलब है कि बसपा शासनकाल में हुए बहुचर्चित एनआरएचएम और खनन घोटाले के अलावा चीनी मिलों की बिक्री में हुए घोटाले में भी हाजी इकबाल का नाम आया था। मामले की जाँच ईडी व सीबीआई कर रही है। कुछ दिन पहले सीबीआई ने भी बसपा नेता के घर छापा मारा था। इससे पहले ईडी ने हाजी इकबाल के बेटे के बयान भी दर्ज किए थे। वहीं अब अन्य लोगों के बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई जारी है। फिलहाल मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि हाजी इकबाल बसपा से पूर्व एमएलसी रह चुका है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसके खनन माफिया होने के भी आरोप हैं। पुलिस द्वारा इसके खिलाफ कई बार कार्रवाई भी की जा चुकी है। वहीं पूर्व में भी इसके आवास पर छापेमारी हो चुकी है। इकबाल व इनके भाई समेत कइयों पर पहले भी मुकदमे दर्ज किए गए हैं।