26 जनवरी के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के नाम पर हुई हिंसा में नाम सामने आने के बाद दीप सिद्धू (Deep Sidhu) लापता चल रहे हैं। हालाँकि, ‘लापता’ होने के बाद दीप सिद्धू ने बृहस्पतिवार (जनवरी 28, 2021) देर रात वो दूसरी बार फेसबुक ‘लाइव’ के जरिए सामने आए और खुद को बेगुनाह बताया। दीप सिद्धू ने कहा कि वो जाँच में सहयोग देने को तैयार हैं लेकिन उन्हें थोड़ा सा समय चाहिए।
दीप सिद्धू ने अपने फेसबुक पेज से लाइव वीडियो में कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और उनके पास कुछ भी छुपाने के लिए नहीं है। सिद्धू ने कहा कि उनके खिलाफ जो लुक आउट नोटिस जारी हुआ है, वो उसकी जाँच में जरूर शामिल होंगे, लेकिन उन्हें एक-दो दिन का समय चाहिए, ताकि वो सच निकाल सकें।
फेसबुक पर जारी वीडियो में दीप सिद्धू ने कहा, “मेरे बारे में लगातार झूठ फैलाया जा रहा है, ऐसे में सच इकट्ठा करना जरूरी है। जो मेरे ऊपर केस लगाए गए हैं, मैं उनको लेकर अपने सबूत पेश करूँगा।” सिद्धू ने कहा कि ये सरकार और पुलिस की कोई साजिश भी लग रही है।
उन्होंने कहा, “जब मैंने कुछ किया ही नहीं है तो मुझे डरने की जरूरत भी क्या है। लेकिन मैं जाँच में भी सहयोग करूँगा। आपको जो इन्वेस्टिगेशन करनी होगी आप कर लेना। लेकिन जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं वो सही नहीं हैं। तुमने FIR दर्ज की, केस किए, वो कोई बड़ी बात नहीं है।”
गौरतलब है कि इससे पहले, पंजाबी अभिनेता से सामाजिक कार्यकर्ता बने दीप सिद्धू ने बृहस्पतिवार (जनवरी 28, 2021) रात डेढ़ बजे फेसबुक लाइव किया और अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्हें जानबूझ कर निशाना बनाया जा रहा है। सिद्धू ने किसान नेताओं को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अंदर की बातें खोलनी शुरू कर दी तो इन नेताओं को भागने की राह नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस बात को सिर्फ डायलॉग न समझें और उनके पास हर बात की दलील है।
फेसबुक पर लाइव वीडियो में दीप सिद्धू ने कहा था कि मैं गद्दार नहीं हूँ और मैंने लोगों को लाल किले तक नहीं पहुँचाया। पंजाबी कलाकार ने कहा कि यह जनता का निर्णय था जो पंजाब से विरोध करने के लिए सभी तरह से आया था। कोई भी उनका नेतृत्व नहीं कर रहा था। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों के नेता जिन्होंने उन्हें देशद्रोही कहा, उन्हें शर्म आनी चाहिए क्योंकि वे सरकार की बोली बोल रहे हैं।
गद्दार कहे जाने से नाराज सिद्धू ने कहा कि उनके बारे में कई तरह की बातें कही जा रही हैं, ऐसे में वक्त आ गया है कि कुछ बातें स्पष्ट कर दी जानी चाहिए। दिल्ली में 26 जनवरी को लाल किले पर झंडा लगाने के विषय में दीप सिद्धू ने कहा कि युवाओं को दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च की बात कहकर बुलाया गया था। बाद में किसान नेताओं ने दिल्ली में तय रूट पर परेड की बात कह दी, जिस पर युवाओं ने रोष जाहिर किया तो किसान नेता वहाँ से किनारा करने लगे।