Sunday, November 3, 2024
Homeदेश-समाजशाहजहाँपुर में 'किसानों' ने पुलिस बैरिकेड पर चढ़ाए ट्रैक्टर, देखें Video

शाहजहाँपुर में ‘किसानों’ ने पुलिस बैरिकेड पर चढ़ाए ट्रैक्टर, देखें Video

पुलिस ने इस बीच प्रदर्शनकारियों को रोकने का बहुत प्रयास किया, मगर भारी संख्या में होने के कारण वह बैरिकेंडिंग तोड़ते हुए आगे निकल गए। पुलिस और किसानों के मध्य काफी संघर्ष हुआ। पुलिस ने आँसू गैस के गोले छोड़े। पानी की बौछार की। लेकिन किसानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।

कृषि कानून के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आंदोलन में अब प्रदर्शनकारी कानून को हाथ में लेने से भी गुरेज नहीं कर रहे। ताजा तस्वीरें राजस्थान-हरियाणा के बॉर्डर शाहजहाँपुर से सामने आई है। वहाँ राजस्थान के किसानों ने जबरदस्ती बॉर्डर में घुसने की कोशिश की और हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग पर ट्रैक्टर चढ़ा दिए। करीब एक दर्जन ट्रैक्टरों ने इस दौरान हरियाणा में प्रवेश किया। इसके बाद सब दिल्ली की ओर रवाना हो गए।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, आंदोलनकारी किसानों ने पुलिस बैरिकेड तोड़कर राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश किया है। इस जानकारी के साथ एएनआई ने एक वीडियो भी जारी की है। वीडियो में देख सकते हैं कि दर्जन भर प्रदर्शनकारी किस तरह उग्र हो रखे हैं और ट्रैक्टर व ट्रकों के पीछे भाग रहे हैं। वीडियो में गाली देते लोग भी सुनाई दे रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, पुलिस ने इस बीच प्रदर्शनकारियों को रोकने का बहुत प्रयास किया, मगर भारी संख्या में होने के कारण वह बैरिकेंडिंग तोड़ते हुए आगे निकल गए। पुलिस और किसानों के मध्य काफी संघर्ष हुआ। पुलिस ने आँसू गैस के गोले छोड़े। पानी की बौछार की। लेकिन किसानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।

इससे पूर्व उत्तराखंड जिले के उधम सिंह नगर के बाजपुर से एक ऐसी ही वीडियो सामने आई थी। वीडियो में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेड पर ट्रैक्टर चढ़ा रहे थे।

वीडियो में देखा गया था कि कई पुलिसकर्मी बैरिकेडिंग के पीछे खड़े थे, लेकिन ट्रैक्टर चलाने वाला लगातार उसे आगे बढ़ा रहा था। अंत में पुलिस को जान बचाते हुए ट्रैक्टर के सामने से हटना पड़ा था और प्रदर्शनकारी बैरिकेड के ऊपर वाहन चढ़ा कर आगे निकल गए थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

संथाल बहुल गाँव में आज एक भी ST परिवार नहीं, सरना गायब… मस्जिद-मदरसों की बाढ़: झारखंड चुनाव का घुसपैठ बना मुद्दा, जमीन पर असर...

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और अदालत के तीखे सवालों से बाहर निकल झारखंड में घुसपैठ का मुद्दा, अब विधानसभा चुनाव के केंद्र में है। क्या होगा इसका असर?

‘मुस्लिमों के अत्याचार से प्रताड़ित होकर मैं अपनी सारी संपत्ति बेचकर जा रहा हूँ’: कुशीनगर के हिंदू परिवार को लगाना पड़ा पलायन का पोस्टर,...

सच्चिदानंद पांडेय ने बताया कि पड़ोसी मुस्लिम उनके घर के आगे कूड़ा-करकट डालते हैं और रोकने पर झगड़े पर उतारू हो जाते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -