उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में चुनावी बहस के दौरान राधेश्याम पाठक नाम के बुजुर्ग की हत्या कर दी गई है। हत्या का आरोप शम्भू चौधरी और उसके 3 साथियों पर लगा है। मृतक को बचाने दौड़े उसके परिजनों को भी बेरहमी से पीटा गया है। पुलिस ने कुल 4 आरोपितों के खिलाफ FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। घटना शुक्रवार (10 मई, 2024) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना कुशीनगर के थाना क्षेत्र नेबुआ नौरंगिया की है। यहाँ के गाँव बघपरना में शुक्रवार को एक मंदिर के पास कुछ लोग पेड़ की छाया में बैठ कर चुनावी चर्चा कर रहे थे। मृतक के परिजनों का आरोप है कि इस दौरान शम्भू चौधरी और उसके साथ मौजूद लोगों ने समाजवादी पार्टी को वोट देने की बात की। मौके पर अमित पाठक नाम का युवक भी था। उसने भारतीय जनता पार्टी को वोट देने की वकालत की।
इसी बात पर दोनों पक्षों में गर्मागर्म बहस हो गई। आरोप है कि भाजपा को वोट देने की बात पर शम्भू भड़क उठा। उसने कहा, “मैं जिसे कहूँगा उसे वोट देना पड़ेगा।”
कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर के मामले को शांत किया और दोनों पक्षों को अपने-अपने घर भेजा। आरोप है कि इसी रात शम्भू चौधरी अपने कुछ साथियों के साथ अमित पाठक के घर पहुँच गया। यहाँ पहुँच कर आरोपित ने पहले पीड़ितों को गालियाँ दीं और बाद में पूरे परिवार को बेरहमी से पीटने लगा। इस पिटाई की चपेट में अमित के अलावा उनके 55 वर्षीय पिता राधेश्याम पाठक और 21 साल की बहन रीतू भी आ गईं। शोरगुल सुन कर लोग जमा हुए।
पीड़ितों ने डायल 112 पर कॉल किया, जिसके बाद पुलिस के जवान आते दिखे तो हमलावर धमकी देते हुए भाग निकले। आरोपितो के नाम शम्भू, सीपू, टिंकल चौधरी बताए जा रहे हैं। सभी हमलावर शंभू के पारिवारिक सदस्य बताए जा रहे हैं।
रीतू और अमित के साथ उनके पिता राधेश्याम को अस्पताल ले जाया गया। भाई-बहन को मेडिकल कॉलेज रवींद्र नगर में भर्ती करवाया गया लेकिन राधेश्याम की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान राधेश्याम की मौत हो गई। उनके शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। मृतकों के परिजनों ने कुछ स्थानीय निवासियों के साथ मिल कर थाने के आगे शव रख कर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन के दौरान शम्भू चौधरी और उसके साथियों पर कड़ी कार्रवाई की माँग उठाई गई है।
— Kushinagar Police (@kushinagarpol) May 12, 2024
पुलिस ने लोगों को समझा कर शांत किया। पुलिस ने मामले को आपसी कहासुनी का बताते हुए घटना की FIR दर्ज कर ली है। कई संगठनों ने राधेश्याम पाठक की हत्या पर नाराजगी जताई है। घटना के बाद आरोपित फरार हो गए हैं जिनकी तलाश की जा रही है। तनाव को देखते हुए गाँव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।