गुरुग्राम पुलिस ने 22 किलोमीटर तक पीछा करके 5 गौ तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इन आरोपितों के नाम बबलू, तस्लीम, पापा, शहीद और खालिद हैं। ये आरोपित एक ट्रक में सवार थे पुलिस ने लगातार रोकने की कोशिश की पर वो भागते रहे।
गौ तस्करों ने पुलिस की गाड़ियों के आगे चलती ट्रक से गायों को भी गिराया। ऐसा वो पुलिस की गाड़ी को पलट देने के लिए कर रहे थे। सभी आरोपित मेवात के नूँह इलाके के निवासी हैं। यह घटना 8-9 अप्रैल (शनिवार) रात की है। इस गिरफ्तारी में बजरंग दल और गौ रक्षकों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
नाकाबंदी के दौरान एक गाड़ी में 5 लोग सवार मिले जिन्होंने भागने की कोशिश की और उन्हें मामूली चोटें आई। गायों का इलाज करवाया गया है और आरोपियों का इलाज भी कराया गया। अभी आरोपी पुलिस कस्टडी में हैं। आरोपियों के पास से 1 देसी पिस्तौल, 5 खोखे और 1 जिंदा कारतूस बरामद हुआहै:राजीव देसवाल
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 9, 2022
गुरुग्राम के DCP क्राइम राजीव देशवाल के मुताबिक, “पुलिस को सेक्टर 29 क्षेत्र से लगभग 6-7 गायों की चोरी की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने रास्तों पर नाकेबंदी की। इस नाकेबंदी के दौरान एक गाड़ी में 5 लोग सवार मिले। वो पुलिस से भागने के दौरान रास्ते में गायों को गिराते जा रहे थे। ऐसा वो इसलिए कर रहे थे क्योंकि उनका पीछा पुलिस की गाड़ियाँ कर रही थीं। भागने के दौरान आरोपित भी मामूली रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज करवाया जा रहा है। सभी आरोपित पुलिस की कस्टडी में हैं। उनके पास से 1 देसी पिस्तौल, 5 खोखे और 1 जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। गायों का भी उपचार चल रहा है।”
गुरुग्राम अपडेट-
— Sachin Gupta | सचिन गुप्ता (@sachingupta787) April 10, 2022
गोरक्षक दल और पुलिस ने ज्वाइंट रूप से पीछा करके कुल 6 गोतस्कर पकड़े। पुलिस से बचने के लिए फ्लाईओवर से कूदे 2 गोतस्करों के हाथ-पैर टूटे। टायर फटने के बावजूद रिम पर गाड़ी दौड़ाते रहे। सभी आरोपी हरियाणा में मेवात/नूंह के रहने वाले हैं। #Gurugram #Haryana pic.twitter.com/aZQmhoEYZJ
पुलिस द्वारा पीछा किए जाने के दौरान इन आरोपितों की गाड़ी का टायर भी फट गया था। लेकिन उन्होंने इसके बाद भी गाड़ी नहीं रोकी। पुलिस ने इस बीच इन्हें कई बार चेतावनी दी पर इन सभी ने अनसुना कर दिया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में पुलिस लगातार आरोपितों का पीछा कर रही है। पीछा करने के दौरान पुलिस इस बात का भी ध्यान रख रही थी कि सड़क पर चलते किसी अन्य राहगीर को कोई नुकसान न पहुँचे।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को इस तस्करी की सूचना बजरंग दल ने दी थी। आरोपितों के खिलाफ FIR भी बजरंग दल के मानेसर क्षेत्र के कार्यकर्ता मोहित उर्फ़ मोनू ने दर्ज करवाई है। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धारा 5/13, 17 HGSGS एक्ट, धारा 307 और 25.54.59 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। FIR के मुताबिक:
“हमें मुखबिर से गौ तस्करों की गाड़ी आने की सूचना थी। हम बोलेरो से एम्बियंस मॉल के पास खड़े थे। हमें देखते ही गौ तस्कर सिग्नेचर टावर की तरफ भागे। उन्होंने अपनी चलती हुई टाटा 407 ट्रक से गायों को नीचे फेंकना शुरू कर दिया।”
जिन गौरक्षकों ने पुलिस को सूचना दी थी, उनकी टीम भी पुलिस के साथ चल रही थी। अशोक नाम के गौ रक्षक ने बताया, “ये गाड़ी दिल्ली की तरफ से आ रही थी। उसको रोकने के बाद भी ये नहीं रुकी। इस दौरान ये गाड़ी एक दूसरी गाड़ी से टकराई और इसमें सवार लोग भागने लगे। पुलिस मौके पर थी और उन्होंने अपनी कार्रवाई की। भागने के दौरान इन्होंने 7 गाएँ नीचे फेंकी।”
एक अन्य गौ रक्षक ने बताया कि उन्होंने तस्करों की गाड़ी का पीछा एम्बियंस मॉल से किया था। इस दौरान गौ तस्करों द्वारा उन पर फायरिंग भी की गई। भागने के दौरान ही कुछ गौ तस्कर नीचे कूद गए, जिन्हें चोटें आई हैं।
वीडियो में एक जगह यह भी दिख रहा कि सभी गायों को चलती गाड़ी से नीचे फेंक देने के बाद आरोपित ट्रक में से ही हाथ जोड़ रहे थे।