गणतंत्र दिवस के दिन असम में एक के बाद एक हुए चार बम धमाकों के कारण दहशत का माहौल बन गया। चारों धमाके शक्तिशाली थे। 3 धमाके डिब्रूगढ़ में हुए और 1 धमाका चेराइडोई जिले में हुआ। ये धमाके तब हुए, जब पूरा देश गणतंत्र दिवस की खुशियाँ मना रहा था। एक धमाका डिब्रूगढ़ में ग्रैहम बाजार में हुआ। वहीं एक अन्य धमाका एटी रोड में स्थित गुरुद्वारे के पास हुआ। दोनों इलाक़े डिब्रूगढ़ पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आते हैं। तेलों का शहर कहे जाने वाली दुलियाजान में हुआ।
वहीं, चैराडोई वाला धमाका सोनारी पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले टोक घाट इलाक़े में हुआ। वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थलों का दौरा किया, जिसके बाद उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की तह तक पहुँचने का प्रयास कर रही है। ये धमाके तब हुए हैं, जब शाहीन बाग़ विरोध प्रदर्शन के मुख्य साज़िशकर्ता शरजील इमाम ने असम को शेष भारत से काट कर अलग करने की धमकी दी थी। भारत के ‘टुकड़े-टुकड़े’ करने की बात करते हुए शरजील ने कहा था कि ‘चिकेन्स नेक’ वाले क्षेत्र को ब्लॉक कर के पूरे उत्तर-पूर्व को शेष भारत से अलग-थलग कर देने का लक्ष्य होना चाहिए।
इसके बाद शाहीन बाग़ व अन्य जगहों पर सीएए के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन के नाम पर उपद्रव कर रहे दंगाइयों के गैंग की असली साज़िश का पर्दाफाश हुआ था। जहाँ शरजील इमाम अब इस मामले में सफाई देने की बातें कह रहा है, शाहीन बाग़ का एक धड़ा उससे ख़ुद को अलग कर के दिखा रहा है। असम में शरजील इमाम के ख़िलाफ़ केस भी दर्ज किया गया है और असम पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है। ऐसे में, असम में इन धमाकों का होना देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है।
4 blasts in Upper #Assam, no report of any casualties from any of the blast sites – Dibrugarh, Sonari, Duliajan; no militant outfit claims responsibility yet. @ANI @AmitShah @adgpi pic.twitter.com/dGktAEBTzT
— Prakash Adhikari (@prakash03374729) January 26, 2020
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इन बम धमाकों को आतंकी घटना करार दिया है। उन्होंने कहा कि इतने पवित्र दिवस पर हुए इस वारदात की वो निंदा करते हैं। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार दोषियों को पकड़ने के लिए हरसंभव कार्रवाई करेगी। असम के डीजीपी ने भी कहा है कि इस मामले में आगे की जाँच की जा रही है।
Strongly condemn the bomb blasts in a few places of Assam. This cowardly attempt to create terror on a sacred day only exhibits the frustration of the terror groups after their total rejection by the people.
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) January 26, 2020
Our Govt will take the sternest action to bring the culprits to book.