उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में शनिवार (10 अक्टूबर 2020) देर रात लगभग 2 बजे एक पुजारी को गोली मार दी गई। अभी तक की जाँच और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राम जानकी मंदिर के पुजारी बाबा सम्राट दास को ज़मीनी विवाद के चलते गोली मारी गई है। गोली लगने की वजह से उनकी हालत गम्भीर हो गई थी, नतीजतन उन्हें लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफ़र कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करके दो आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है। इसके अलावा पुलिस अन्य दो आरोपितों की खोजबीन कर रही है।
घटना इटियाथोक कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तिर्रे मनोरमा गाँव की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मनोरमा नदी के उद्गम स्थल को लेकर राम जानकी मंदिर के पुजारी सीताराम दास का भू माफ़ियाओं से विवाद चल रहा था। काफ़ी लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद के बाद शनिवार देर रात हमलावर पुजारी बाबा सम्राट दास पर गोलीबारी करके फरार हो गए। पुजारी बाबा सम्राट दास बीते 2 वर्षों से राम जानकी मंदिर में रह कर पूजा पाठ कर रहे हैं।
मनोरमा नदी के उद्गम स्थल विवाद के सम्बंध में पिछले साल बाबा सीताराम दास पर जानलेवा हमला हुआ था। इस हमले में उन्होंने बेहद मुश्किल से अपनी जान बचाई थी। इसके बाद भू भाफ़ियाओं ने सम्राट दास पर गोली चला दी। पहले उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहाँ उनकी हालत गम्भीर होने के बाद उन्हें लखनऊ स्थित ट्रॉमा सेंटर में रेफ़र किया गया। फ़िलहाल पुजारी ने इस मामले में 4 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया, पुलिस ने इस मामले की जाँच शुरू कर दी है।
इस मुद्दे पर एसपी शैलेश पाण्डेय ने बात करते हुए जानकारी दी। उन्होंने बताया, “राम जानकी मंदिर में दो पुजारी रहते हैं (सीताराम दास और सम्राट दास)। हमें रात के लगभग 2 बजे सूचना मिली कि इनमें से एक पुजारी सम्राट दास को हमलावरों ने गोली मार दी है। गोली उनके बाएँ कंधे पर लगी थी, इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँच कर पुजारी सम्राट दास को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ समय बाद उन्हें लखनऊ स्थित ट्रॉमा सेंटर रेफ़र कर दिया गया, फ़िलहाल पुजारी सम्राट दास के हालात सामान्य बने हुए हैं।”
इसके अलावा एसपी ने यह भी बताया कि पुजारी सीताराम दास ने कुल 4 हमलावरों के विरुद्ध हत्या के प्रयास का आरोप लगाया है। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और दो लोगों से पूछताछ जारी है। उन्होंने बताया कि यह ज़मीनी विवाद का मामला है, इस सम्बंध में पहले भी मुक़दमे दर्ज हो चुके हैं। फ़िलहाल इस मामले की जाँच चल रही और जो भी दोषी हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।