Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाज6 फेसबुक आईडी, सिर्फ मुस्लिमों से दोस्ती, जेहाद और जन्नत की बात: ATS के...

6 फेसबुक आईडी, सिर्फ मुस्लिमों से दोस्ती, जेहाद और जन्नत की बात: ATS के सामने टूटे मुर्तजा अब्बासी के अब्बू, कहा- बन चुका है ‘कट्टर’

जिस मुर्तजा को उसके परिवार वाले दिमागी तौर पर बीमार बता रहे थे, उसके सोशल मीडिया का पासवर्ड देख एटीएस भी हैरान रह गई। पासवर्ड इतने लंबे और कठिन थे कि बिना मुर्तजा की मदद के उसे डिकोड करना एटीएस के लिए भी मुश्किल था।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur, UP) स्थित गोरखनाथ मंदिर हमला केस में एटीएस (ATS) ने कई और बड़े खुलासे किए हैं। एटीएस ने आरोपित अहमद मुर्तजा अब्बासी (Murtaza Ahmad Abbasi) के कमरे से कई उपकरण उपकरण बरामद किए गए हैं। इसके साथ उसके कई सोशल मीडिया अकाउंट की भी जानकारी मिली है। यह बात भी सामने आई है कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के दोबारा सत्ता में आने के बाद वह बौखला गया था और हमला करने का निर्णय लिया था।

ATS को मुर्तजा के कमरे से 3 और ब्रांडेड एयर गन मिला है। इससे पहले भी तीन एयर गन बरामद किए जा चुके हैं। मुर्तजा ने ATS को बताया कि वह स्नाइपर (निशानेबाज) बनना चाहता था, इसलिए एयरगन रखता था। वह जेहाद और जन्नत की बातें करता रहता है। वह इंटरनेट पर बम बनाने के नए-नए तरीके सर्च करते रहता था।

इतना ही नहीं, एटीएस ने लैपटॉप, मोबाइल और अन्य चीजें भी बरामद की हैं, जिनकी अभी फॉरेंसिक जाँच चल रही है और रिपोर्ट का इंतजार है। जानकारी के मुताबिक, एटीएस इस मामले में अब तक 50 से ज्यादा लोगों का बयान ले चुकी है। मुर्तजा के बैंक खाते में जमा 20 लाख रुपए को देखते हुए विदेशी फंडिंग का अंदेशा जताया जा रहा है।

यूपी एटीएस की जाँच में यह खुलासा भी हुआ है कि मुर्तजा सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहता था। फेसबुक पर उसकी 6 आईडी हैं और हर आईडी में करीब 1,000 दोस्त। इनमें उसके केवल मुस्लिम दोस्त ही हैं। एटीएस को इनमें अभी तक सिर्फ एक गैर-मुस्लिम युवक मिला है, जो महाराष्ट्र का रहने वाला है। उसने मुर्तजा के साथ आईआईटी (IIT) की पढ़ाई की है।

मुर्तजा अपने फेसबुक अकाउंट का पासवर्ड इतना टेक्निकल रखता था, ताकि उसे आसानी से डिकोड न किया जा सके। फेसबुक के अलावा इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और ट्विटर पर भी मुर्तजा का एक-एक एकाउंट मिला है। हैरत की बात यह है कि जिस मुर्तजा को उसके परिवार वाले दिमागी तौर पर बीमार बता रहे थे, उसके सोशल मीडिया का पासवर्ड देख एटीएस भी हैरान रह गई। पासवर्ड इतने लंबे और कठिन थे कि बिना मुर्तजा की मदद के उसे डिकोड करना एटीएस के लिए भी मुश्किल था।

एटीएस का मानना है कि इतने कठिन पासवर्ड और अपने जानने वालों में से अधिकतर का नंबर याद रखने वाला शख्स दिमागी तौर पर बीमार नहीं हो सकता। अब मुर्तजा के अम्मी-्अब्बू से भी एटीएस मुख्यालय में अलग से पूछताछ हो रही है। वहीं, उसके अब्बू ने अब मान लिया है कि उन्हें पता था कि मुर्तजा कट्टर हो चुका है और वे उसकी गतिविधियों से परिचित थे।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी बनने के चक्कर में उसे सोशल मीडिया पर चूना भी लग चुका है। दरअसल सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए उसकी एक लड़की से दोस्ती हो गई। उसने मुर्तजा को ISIS जैसे खूंखार संगठन का टॉप कमांडर बनाने का झाँसा दिया और आठ लाख रुपए ठग लिए।

एटीएस अब तक की गई पूछताछ की कड़ी से कड़ी मिलाने में लगी हुई है। मुर्तजा ने पूछताछ में जो भी बयान दिए हैं और जहाँ-जहाँ जाने की बात कही है, उन सभी जगहों की एटीएस पुष्टि कर रही है। जहाँ जरूरत पड़ रही है, टीम उसे लेकर जा रही है। वह अपने बयान से टीम को लगातार गुमराह भी कर रहा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।

जिस संभल में हिंदुओं को बना दिया अल्पसंख्यक, वहाँ की जमीन उगल रही इतिहास: मंदिर-प्राचीन कुओं के बाद मिली ‘रानी की बावड़ी’, दफन थी...

जिस मुस्लिम बहुल लक्ष्मण गंज की खुदाई चल रही है वहाँ 1857 से पहले हिन्दू बहुतायत हुआ करते थे। यहाँ सैनी समाज के लोगों की बहुलता थी।
- विज्ञापन -