Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजशादी के बाद 3 साल तक छिपाए रखा धर्म, बच्चा होते ही फरार: खोजबीन...

शादी के बाद 3 साल तक छिपाए रखा धर्म, बच्चा होते ही फरार: खोजबीन के बाद बीवी को मुस्लिम होने का पता चला

"शादी के बाद किराए के मकान में उसके साथ रहती थी। घर वालों के बारे में पूछने पर वह टाल देता था। बच्चा होने के बाद छोड़ कर फरार हो गया। जब पता लगाया तो..."

उत्तर प्रदेश में लव जिहाद कानून के बाद कई मामले देखने को मिल रहे है। ताजा मामला गोरखपुर का है। यहाँ एक मुस्लिम युवक ने तीन साल पहले अपना धर्म छिपा कर युवती से शादी की, फिर बच्चा होने के बाद फरार हो गया। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सहजनवां थाना क्षेत्र में लव जिहाद की शिकार हुई एक महिला ने एसपी नॉर्थ को शिकायत पत्र सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का आरोप है कि एक मुस्लिम युवक ने अपना नाम और धर्म छिपा कर उससे 3 साल पहले शादी की थी। इस दौरान उसने उसे काफी प्रताड़ित किया और फिर बच्चा होने के बाद उसे छोड़ कर फरार हो गया।

पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है। एफआईआर के अनुसार, महिला ने बताया कि शादी के बाद वह एक किराए के मकान में युवक के साथ रहती थी। उसने कई बार युवक से उसके घर वालों के बारे में पूछा और उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन हर बार आरोपित उसकी बातों को टाल देता था।

बार-बार परिजनों के बारे में पूछने पर वह उसे मारने-पीटने भी लगा था। महिला ने बताया कि युवक के फरार होने के बाद जब उसने उसका पता लगाया, तब उसे इस धोखाधड़ी के बारे में पता चला। बता दें कि खोजबीन के दौरान युवती को उसके मुस्लिम धर्म के होने का पता चला। इसके बाद उसने इसकी तहरीर सहजनवां पुलिस थाने में दी।

सहजनवां थानेदार संतोष कुमार यादव ने कहा कि महिला की तहरीर मिली है। उससे शादी का साक्ष्य माँगा गया है। उसने दो दिन का समय लिया है। साक्ष्य मिलने पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि लव/ग्रूमिंग जिहाद की घटनाओं पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 27 नवंबर को विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश-2020 लेकर आई थी। इस क़ानून को लागू किए जाने के बाद से ही कार्रवाई का सिलसिला जारी है।

इस क़ानून को लागू हुए पूरे एक महीने बीत चुके हैं और इस अवधि में लगभग 12 एफ़आईआर दर्ज हो चुकी ही और 35 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। यानी पुलिस ने राज्य में हर दिन लगभग एक से ज़्यादा मामले दर्ज किए हैं।

उल्लेखनीय है कि एटा में लव/ग्रूमिंग जिहाद के 8 मामले, सीतापुर में 7 मामले, गेटर नोएडा में 4, शाहजहाँपुर और आजमगढ़ में 3, मुरादाबाद, मुज़फ़्फ़रनगर, बिजनौर और कन्नौज में 2, बरेली और हरदोई में 1 मामला दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इसका पहला मामला दर्ज किया गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘भंगी’, ‘नीच’, ‘भिखारी’ जातिसूचक नहीं, राजस्थान हाई कोर्ट ने SC/ST ऐक्ट हटाया: कहा- लोक सेवकों की जाति के बारे में अनजान थे आरोपित, कोई...

राजस्थान हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा कि 'भंगी', 'नीच', 'भिखारी', 'मंगनी' आदि किसी जाति के नाम नहीं है।

UPPSC अब कैसे लेगा RO-ARO और PCS की परीक्षा, पुराने पैटर्न को मंजूरी देने के बाद कैसे होगा एग्जाम, क्या होगी नई तारीख: जानें...

आयोग के प्री परीक्षा को एक दिन में करवाने पर सहमत होने और RO/ARO को लेकर विचार करने के बाद भी अभ्यर्थी प्रयागराज से नहीं हिल रहे हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -