उत्तर प्रदेश में लव जिहाद कानून के बाद कई मामले देखने को मिल रहे है। ताजा मामला गोरखपुर का है। यहाँ एक मुस्लिम युवक ने तीन साल पहले अपना धर्म छिपा कर युवती से शादी की, फिर बच्चा होने के बाद फरार हो गया। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सहजनवां थाना क्षेत्र में लव जिहाद की शिकार हुई एक महिला ने एसपी नॉर्थ को शिकायत पत्र सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का आरोप है कि एक मुस्लिम युवक ने अपना नाम और धर्म छिपा कर उससे 3 साल पहले शादी की थी। इस दौरान उसने उसे काफी प्रताड़ित किया और फिर बच्चा होने के बाद उसे छोड़ कर फरार हो गया।
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है। एफआईआर के अनुसार, महिला ने बताया कि शादी के बाद वह एक किराए के मकान में युवक के साथ रहती थी। उसने कई बार युवक से उसके घर वालों के बारे में पूछा और उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन हर बार आरोपित उसकी बातों को टाल देता था।
बार-बार परिजनों के बारे में पूछने पर वह उसे मारने-पीटने भी लगा था। महिला ने बताया कि युवक के फरार होने के बाद जब उसने उसका पता लगाया, तब उसे इस धोखाधड़ी के बारे में पता चला। बता दें कि खोजबीन के दौरान युवती को उसके मुस्लिम धर्म के होने का पता चला। इसके बाद उसने इसकी तहरीर सहजनवां पुलिस थाने में दी।
सहजनवां थानेदार संतोष कुमार यादव ने कहा कि महिला की तहरीर मिली है। उससे शादी का साक्ष्य माँगा गया है। उसने दो दिन का समय लिया है। साक्ष्य मिलने पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि लव/ग्रूमिंग जिहाद की घटनाओं पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 27 नवंबर को विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश-2020 लेकर आई थी। इस क़ानून को लागू किए जाने के बाद से ही कार्रवाई का सिलसिला जारी है।
इस क़ानून को लागू हुए पूरे एक महीने बीत चुके हैं और इस अवधि में लगभग 12 एफ़आईआर दर्ज हो चुकी ही और 35 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। यानी पुलिस ने राज्य में हर दिन लगभग एक से ज़्यादा मामले दर्ज किए हैं।
उल्लेखनीय है कि एटा में लव/ग्रूमिंग जिहाद के 8 मामले, सीतापुर में 7 मामले, गेटर नोएडा में 4, शाहजहाँपुर और आजमगढ़ में 3, मुरादाबाद, मुज़फ़्फ़रनगर, बिजनौर और कन्नौज में 2, बरेली और हरदोई में 1 मामला दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इसका पहला मामला दर्ज किया गया था।